चंद्रकांत देवांगन,​भिलाई- जिले में डेंगू से लगातार हुई 11 मौतों के बाद अब कांग्रेस भी एक्शन के मोड पर आ गई है. पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल आज भिलाई के लाल बहादुर शासकीय अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने डेंगू पीड़ित मरीजों से मिलकर उनका हाल चाल जाना. इस दौरान उन्होंने अस्पताल का निरक्षण किया और फिर जिला प्रशासन को जमकर कोसा. और फिर कलेक्टर के ऊपर एफआईआर तक करने की बात कही. साथ ही उन्होंने भिलाई नगर से विधायक और राजस्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय को लाचार और बेचारा तक कह दिया.

भूपेश बघेल आज भिलाई के शासकीय अस्पताल का दौरा करने पहुंचे थे. उनके साथ स्थानीय जन प्रतिनिधि भी मौजूद थे. अस्पताल का निरिक्षण करने पहुंचे भूपेश ने कहा कि जहां एक और स्वस्थ और स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल की हालत बद से बत्तर होती जा रही है. 11 लोगों की मौत का के बाद जिला प्रसाशन ने भी मैराथन बैठक की और स्वास्थ्य सचिव अजय सिंह ने दौरा किया और तत्काल एक्शन लेते हुए सीएचएमओ का तबादला तक कर दिया. भूपेश ने कहा कि इसमें सीएचएमओ का तबादला करना कोई बड़ी बात नहीं है. असल में जिम्मेदार और दोषी तो कलक्टर है, जिनके खिलाफ पुलिस में शिकायत की जाने चाहिए.

इसके अलावा बघेल ने प्रदेश के मंत्री और स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रेम प्रकाश पांडेय को भाजपा की अंदरूनी कलह के चलते बेचारा तक बता दिया. उनका कहना था कि जिला कलेक्टर मंत्री की नहीं सुनते है. उनकी हालत तो बेचारे जैसी है. ये मुख्यमंत्री, सरोज पांडे और प्रेम प्रकाश पांडेय के बीच कलह का ही कारण है, जिसके चलते जिला कलेक्टर उमेश अग्रवाल उन्हें अनदेखा कर देते. यदि कलेक्टर ने उनकी बात सुने होती तो आज जिले में ड़ेंगू पैर नहीं पसारा होता.

इस दौरान बघेल ने प्रशासनिक अमले पर हमला करते हुए कहा कि जो 11 मौतें हुई है, ये निरंकुश प्रशासन का एक बड़ा कारण है. पूरा प्रशासन मोबाइल तिहार में व्यस्त था और ड़ेंगू को नियंत्रण करने में एक बड़ी विफलता भी यही एक वजह है. इसके लिए जिला कलेक्टर सीधे दोषी है और उन पर एफआईआर दर्ज होना चाहिए. आपको बता दे कि 31 जुलाई से लगातार भिलाई में डेंगू का डंक जारी है अब तक इस बीमारी की वजह से 9 मासूमों सहित 2 लोगों की मौत हो चुकी है.