बालोद. नक्सल प्रभावित संवेदनशील क्षेत्र बस्तर में शांति का संदेश देते 22 फरवरी 2019 को शुरू हुई शांति साइकिल यात्रा में सैकड़ों आदिवासी युवक-युवती बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं.

वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी शुभांशु चौधरी के नेतृत्व में माँ दंतेश्वरी के दर्शन के बाद मंदिर प्रांगण सीरासार से साइकिल यात्रा हुई, जिसमें सैकड़ों आदिवासियों के साथ शहर के कई गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही. साइकिल यात्रा दोपहर 3 बजे बस्तर से होते हुए भानपुरी पहुंची, जहां दल ने रात्रि विश्राम किया. 23 फरवरी को भानपुरी से यात्रा कोंडागांव पहुंची, जहां सामाजिक संस्था साथी की ओर से दल के सदस्यों का स्वाग्त किया गया. इसके बाद  यात्रा आगे बढ़ते हुए ग्राम लंजोड़ा में रात्रिकालीन विश्राम के लिए रुकी.

24 फरवरी को शांति सायकल यात्रा ग्राम लंजोड़ा से शुरू होकर केशकाल पहुंची, जहां रात्रिकालीन भोजन के साथ उपस्थित साथियों ने शांति का संदेश देते हुए आदिवासी संस्कृति सभ्यता का अनूठा तालमेल मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रस्तुतियों के माध्यम से दिया. 25 फरवरी को सुबह 6 बजे केशकाल से शुरू हुई यह शांति सायकल यात्रा कांकेर पहुंची, जहां खपरपारा स्थित गोंडवाना भवन में यात्रा में शामिल सदस्यों का जोरदार स्वागत किया गया.