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मनीष सोनी,अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के निर्देशों के बाद भी छत्तीसगढ़ के 30 आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच और कार्रवाई लंबित है इसमें से करीब आधे अधिकारियों के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है लेकिन शासन की कार्रवाई का इंतज़ार है.
ये खुलासा आरटीआई में हुआ है. प्रदेश में आईएएस, आईएफएस और आईपीएस अधिकारियों पर कुल 30 मामलों में जांच हुई लेकिन जांच पूरी होने के बाद भी इनमें से आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई लटकी हुई है. इनमें से कई अधिकारी रिटायर हो चुके हैं.
आरटीआई कार्यकर्ता राजकुमार मिश्रा को मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज़्यादा मामले सेवानिवृत आईएएस राधाकृष्णन के खिलाफ हैं जबकि ओमेगा युनाईस वीके धुर्वे और एससी रहटगांवकर के खिलाफ दो- दो मामले हैं. कुल 17 मामलों में समय सीमा अभी बाकी है जबकि 12 मामलों में समय सीमा पूरी हो चुकी है. लेकिन इसके बाद भी कार्रवाई लंबित है. एक मामले में हाईकोर्ट ने स्टे दे रखा है.
हाल ही में केंद्र सरकार इन अधिकारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. जाहिर है जो अधिकारी जांच में दोषी पाये गए हैं उन पर कार्रवाई करेगी. हांलाकि, सामान्य प्रशासन विभाग ने ये जानकारी नहीं दी है कि इन जांच में कितने अधिकारी दोषी पाए गए हैं. 17 मामलों में जांच पूरी हो चुकी है. जबकि 13 मामलों में अलग अलग कारणों के चलते जांच अधूरी है.