अखिलेश जायसवाल,रायपुर/राजेंद्रग्राम. यहां स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब कुछ लोगों ने बाबू के रिश्वत लेने पर सवाल-जवाब करने लग गए. अपनी कागजी काम करवाने आए लोगों ने इसका विरोध किया तो बाबू उन पर ही भड़कने लग गए. इतना ही नहीं रिश्वत के तौर पर लिए गए पैसे भी वापस करने लगे. इस मामले में बीएमओ से बात करनी चाही तो उन्होंने कुछ भी कहने से पल्ला झाड़ लिया.

हाथ में रिश्वत पकड़ा बाबू कैलाश

दरअसल मामला मध्यप्रदेश के अनुपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ का है. जहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुष्पराजगढ़ में खुले आम रिश्वत लिया जा रहा है. विभाग में पदस्थ बाबू कैलाश जो कि कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करता है. बाबू ने डोंगरी टोला निवासी मुन्ना यादव से जन्म प्रमाण पत्र बनाने के एवज में 50 रुपये रिश्वत की मांग की. जब उसने पैसे नहीं होने की बात कही तो बाबू ने काम नहीं होने का हवाला दे दिया. रोज-रोज का चक्कर काट रहे और अपने काम को रुकता देख मुन्ना ने उसे पैसे दे दिया.

पीड़ित

जब पास में खड़े लोगों ने इसका वीडियो बनाना शुरु किया तो उसने पैसे लौटाने की बात कह मोबाइल झटकते हुए बदसलूकी पर उतर गया. मामले को तूल पकड़ता देख बाबू मौके से फरार हो गया. यहां तक वहां मौजूद कर्मचारियों से बाबू का नाम पूछने पर भी किसी ने इसका जवाब नहीं दिया. बल्कि बातों को गोल मटोल घुमाने लग गए. पीड़ित मुन्ना यादव ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए बाबू ने 50 रूपए रिश्वत के रूप में लिया है.

बीएमओ

मामले में जब हमने राजेंद्रग्राम बीएमओ एस.के सिंह से बात की तो पहले उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. बार-बार पूछने के बाद उन्होंने सिर्फ ये कहा कि जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. बाबू से एक बार गलती हो गई है दुबारा ऐसा नहीं होगा.

ऐसे ही 50-50 रूपए की न जाने कितने लोगों से वसूली की जाती है और बेचारे भोले-भाले गरीब उनके झांसे में आकर पैसे दे देते है. इसके पहले यहां कई बार पैसे लिया गया है लेकिन गरीब बड़ी पहुंच नहीं होने की वजह से चुपचाप इसे देखते रहते है.

अब सवाल यह उठता है कि बीएमओ को जानकारी लगने के बाद भी वो बाबू को क्यों बचा रहे हैं, उन्होंने उस पर कार्रवाई करने की कोई बात क्यों नहीं की. सवाल यह भी है कि खुलेआम एक बाबू लोगों से वसूली कर रहा है और इसकी जानकारी क्या अधिकारियों को नहीं है या फिर इसकी बंदरबांट में और भी लोग शामिल हैं.

जबकि जन्म प्रमाण पत्र बनाने में कोई भी शुल्क चार्ज नहीं होने के बावजूद बाबू लोगों से पैसे लेकर प्रमाण पत्र बना रहे है. अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या बाबू पर कोई कार्रवाई की जाएगी या फिर अधिकारी महज सिर्फ तमाशा देखते रहेंगे और रिश्वत लेने का यह खेल यूं ही चलता रहेगा.

देखें वीडियो…

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