सिहोरा, सत्येंद्र बर्मन. सिहोरा को जिला बनाने की मांग की दबी हुई चिंगारी अब आग बनकर सामने आ रही है. इस मांग को लेकर मंगलवार को रैली निकाली गई. इस मांग के समर्थन में मंगलवार को सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी. साथ ही इस रैली में शामिल होकर व्यापारियों ने जिला बनाने की मांग बुलंद की.

जिला सिहोरा आंदोलन समिति के आह्वान पर बुलाई गई रैली में लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए. रैली में शामिल लोगों ने अपने शरीर पर जिला सिहोरा अबकी बार नारे लिखे स्टीकर लगाए हुए थे. इससे पहले पुराना बस स्टैंड में एक आमसभा भी हुई. जिसमें उमरियापान, मझौली, ढीमरखेड़ा के लोगों ने सिहोरा जिला बनाए जाने का पुरजोर समर्थन किया.

तहसीलदार कार्यालय में हुआ हंगामा

नगर भ्रमण के अंत मे जब रैली अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय पहुंची तो वहां ज्ञापन सौंपने के लिए SDM के न होने से कुछ देर हंगामे की स्थिति बनी. जिसके बाद नायाब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया.

पूर्व विधायक ने किया समर्थन

जब बस स्टैंड में आमसभा चल रही थी तो उसका समर्थन करने सिहोरा के पूर्व विधायक दिलीप दुबे भी पहुंचे. उन्होंने सिहोरा जिला की मांग को जायज माना और सरकार से जल्द इस विषय मे निर्णय लेने की मांग की. इनके अलावा मझौली से मदन साहू और उपरियापान से रामदत्त गर्ग भी रैली में शामिल हुए.

तमाम संगठनों का मिल रहा सहयोग

समिति ने घोषणा की है कि यदि समय रहते सरकार द्वारा सिहोरा को जिला नहीं बनाया गया तो 7 महीने से चल रहे इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा. रैली को सफल बनाने में श्रमजीवी पत्रकार संघ, ब्राह्मण समाज सिहोरा, व्यापारी संघ सिहोरा, अधिवक्ता संघ, गायत्री परिवार, जैन समाज, भारतीय किसान संघ, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज, युवा मंडल सिहोरा का भरपूर सहयोग रहा.

रैली में अनिल जैन, विकास दुबे, बबलू जैन, नरेंद्र गर्ग, राजेंद्र गर्ग, रविदीप सिंह, संजय सेंगर, प्रभात कुररिया, पवन सोनी, आलोक ब्यौहार, आशीष सरदार, सेंकी जैन, नितेश खरया, अमित बक्शी, मानस तिवारी, सुशील जैन, प्रकाश मिश्रा, नंदकुमार परौहा, रामजी शुक्ला सहित हजारों सिहोरावासी मौजूद रहे.

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