गणेश चतुर्थी पर हर साल को लेकर महाराष्ट्र में अगल ही धूम देखने के लिए मिलती है. मुंबई के ‘लालबाग के राजा’ सबसे मशहूर हैं. हर साल लालबागचा राजा की पहली झलक पाने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. वहीं, ‘लालबाग के राजा’ ने आम लोगों को दर्शन दे दिए हैं. पिछले साल कोरोना की वजह से सिर्फ ऑनलाइनल दर्शन की इजाजत थी.

गणेश चतुर्थी से पहले मुंबई में लालबागचा राजा की सोमवार को पहली झलक दिखाई गई है. लालबाग के राजा की पहली झलक पाकर गणेश भक्त उत्साह से झूम उठे. यहां हर साल गणेशजी इसी अंदाज में विराजते हैं फिर भी भक्तों में इनके दर्शन का गजब का उत्साह रहता है. 2 साल बाद एक बार फिर से भव्य रूप में गणेश जी का दरबार सजाया गया है.

लाल बाग के राजा का पंडाल मुंबई में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है क्योंकि अबकी बार बप्पा का दरबार अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की तरह बनाया गया है. यहां परंपरा है कि गणेश चतुर्थी से दो दिन पहले बप्पा का मुख दर्शन होता है. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रथम दर्शन के लिए जुटते हैं. इसी परंपरा के तरह 29 अगस्त को भक्तों ने बप्पा के प्रथम दर्शन का लाभ लिया है.

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सिर्फ आम जनता ही नहीं बल्कि, बड़े बड़े स्टार भी लालबाग के राजा के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं. अंबानी परिवार से लेकर बॉलीवुड के लगभग सभी स्टार्स दर्शन करते हैं. माना जाता है कि इनका दर्शन करना बहुत ही सौभाग्यशाली होता है. जानकारी के लिए बता दें कि इस पंडाल की स्थापना वर्ष 1934 में की गई थी. कहा जा रहा है कि लालबागचा राजा की साल 2022 यानी इस साल की प्रतिमा 12 फीट लंबी है.

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लालबागचा के राजा की कहानी

कहा जाता है कि लालबागचा राजा के सार्वजनिक मंडल की स्थापना वर्ष 1934 में की गई थी. गणेश उत्सव की शुरुआत बाल गंगाधर तिलक ने की थी. दरअसल, देश को आजाद कराने के लिए सभी देशवासियों को इकट्ठा करने के लिए गणेश उत्सव का आयोजन किया गया था. इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम के लिए पंडालों में चर्चा की जाती थी.