आज की भागदौड़ भरी व्यस्त जिंदगी में नागरिकों को सरकारी कार्यालयों में बार-बार जाने की जरूरत ना पड़े इसके लिए ‘मुख्यमंत्री मितान योजना‘ की शुरुआत की गई है. इस योजना में मितान घर पहुंचकर शासकीय दस्तावेजों के लिए आवश्यक जानकारी लेते हैं. जिसके बाद दस्तावेज तैयार कर उसे आपके घर तक पहुंचाया जाता है. ये योजना राज्य के सभी 14 नगर निगमों में की गई थी. अब इसका विस्तार नगर पालिका परिषदों और जिला मुख्यालय की 2 नगर पंचायतों में भी कर दिया गया है.

राज्य में उद्यमीता और रोजगार के साथ-साथ लोगों को समय और श्रम की बचत के लिए कई नये और अभिनव योजनाएं चलाई जा रही है. शहरी क्षेत्रों में उद्यमिता, स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 14 नगर निगमों और 44 नगर पालिका परिषदों में महात्मा गांधी अर्बन इंडस्ट्रियल पार्क निर्माण किया जा रहा है. इनके माध्यम से शहरी क्षेत्र के उद्यमियों, स्व-सहायता समूहों और रोजगार उन्मुख युवक-युवतियों को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकेंगे.

दरवाजे पर मिल रही शासकीय सेवाएं

शहरी क्षेत्र में निवासरत नागरिकों को उनके दरवाजे पर ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना समस्त नगरीय निकायों में संचालित की जा रही है. इस योजना में आम नागरिकों को मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा मेडिकल कैंप के माध्यम से एमबीबीएस डॉक्टर की टीम द्वारा मुफ्त में परामर्श, उपचार, दवाइयां और दैनंदिन होने वाले टेस्ट की सुविधा प्रदान की जा रही हैयोजना अंतर्गत 120 मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से 70271 कैम्पों में 53 लाख से ज्यादा मरीजों को निःशुल्क जांच की गई है. करीब 45 लाख 93 हजार से ज्यादा मरीजों को निःशुल्क दवा वितरित की गई है. साथ ही 14.32 लाख से ज्यादा मरीजों का लैब टेस्ट किया गया है. योजना के तृतीय चरण में अतिरिक्त 30 मोबाईल मेडिकल यूनिट का संचालन शुरू किया गया है.

नागरिकों को मिली सहूलियत

इस योजना लाभ लेने के लिए नागरिकों को मुख्यमंत्री मितान योजना से लाभान्वित होने के लिये योजना के टोल-फ्री नंबर 14545 पर कॉल करना होता है. इसके बाद अप्वाइंटमेंट बुक किया जाता है. तय समय और तारीख को मितान आवेदक के घर पहुंचकर आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करते हैं और टैबलेट के माध्यम से दस्तावेजों को सत्यापित कर पोर्टल पर अपलोड करते हैं. इसके बाद सत्यापित दस्तावेजों को संबंधित विभागों को ऑनलाइन भेजे जाते हैं जो आवेदक से संबंधित दस्तावेज की समीक्षा के बाद प्रमाण पत्र जारी करते हैं. प्रमाण पत्र जारी होने के बाद मितान द्वारा प्रमाण पत्र आवेदक के घर पहुंचा दिया जाता है. मुख्यमंत्री की पहल पर इस योजना के लागू होने के बाद से नागरिकों को जरूरी प्रमाण पत्र और शासकीय दस्तावेज बनवाने के लिए नगर निगम, तहसील और अन्य सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने के आवश्यकता नहीं रह गई है. योजना के लागू होने से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों, मजदूरों, किसानों, महिलाओं और आम नागरिकों को काफी सहूलियत हो गई है.

मुख्यमंत्री मितान योजना की शुरुआत 13 सेवाओं से हुई थी. जिन्हें बढ़ाकर अब आधार, पैन, राशन कार्ड, राजस्व रिकार्ड, जन्म-मृत्यु, विवाह पंजीयन/सुधार, गुमास्ता लाईसेंस, श्रमिक कार्ड जैसी कुल 25 सेवाओं का लाभ भी आम नागरिकों को घर बैठे मिल रहा है. इस योजना की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस योजनांतर्गत 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोगों को मितान के माध्यम से घर पर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये गए हैं.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें