मेरठ. प्रदेश में बीते कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति का मुद्दा छाया हुआ है. विभाग से लेकर मंत्री तक सभी इस विषय केंद्र बने हुए हैं. आपूर्ति से ज्यादा कटौती को लेकर मंत्री भी लगातार घिर रहे हैं. अब मंत्री घिरेंगे तो जाहिर है कि वे अपने अधीनस्थ यानी अधिकारियों पर ठिकरा फोड़ेंगे. हो भी यही रहा है. इस मुद्दे को लेकर मंत्री लगातार अफसरों का क्लास लगा रहे हैं. लेकिन नतीजा शून्य ही है. कटौती को लेकर शिकायतों का सिलसिला अभ भी जारी है. लिहाजा लोगों का विरोध भी दिख रहा है. अब तो अफसरों को चूड़ियां तक भेंट की जा रही है.

मेरठ में ही बिजली की बेपनाह कटौती है. जनता त्रस्त है. इसके विरोध में बीजेपी समर्थक महिलाएं और लोग बुधवार को बिजली विभाग के अफसरों को चूड़ियां भेंट करने पहुंचे. जिन इलाकों में बिजली गुल रहती है वो सब भाजपा का गढ़ है. सांसद आते नहीं. जो बड़े अभिनेता हैं, कभी कभार मिलते हैं. पश्चिमांचल बिजली निगम की MD ईशा दुहन जनता से मिलना पसंद नहीं करती. मंत्री ने नोएडा में मीटिंग बुलाई थी, दुहन वहां भी नहीं पहुंची थी. मेरठ के कई इलाकों में मंगलवार सबसे ज्यादा वक्त तक बिजली गुल रही.

इसे भी पढ़ें : आईना जब भी उठाया करो, पहले देखो फिर… बिजली को लेकर विपक्ष पर भड़के एके शर्मा, कहा- कांग्रेस-सपा कर रहे दिखावा

बता दें कि पिछले कुछ महीनों से पूरे प्रदेश से बिजली को लेकर शिकायतें आ रही हैं. मंत्री लगातार जिलों का दौरा कर रहे थे. वे जिस भी कार्यक्रम में जाते अधिकतर जगह ऐसा होता कि उन्हीं के कार्यक्रम में बिजली गुल हो जाती. बीते दिनों ही वे एक जिले के दौरे पर थे. यहां स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और अपनी समस्या सुनाने लगे. लोगों की शिकायत थी कि घंटों बिजली गुल रहती है. लोगों की शिकायत इतनी थी कि मंत्री को मजबूरन मौके से नौ दो ग्यारह होना पड़ा था.