रायपुर। राजधानी रायपुर के शास्त्री चौक, नगरघड़ी चौक, कलेक्ट्रेट चौक और अंबेडकर अस्पताल चौक पर कुछ ही महीनों में स्काईवॉक यानि पैदल पुल तैयार हो जाएगा. लेकिन रायपुर के लोगों का बहुत अधिक सहयोग इसे नहीं मिल रहा है. यहां के लोग स्काईवॉक का विरोध कर रहे हैं. रायपुर के लोगों के बीच एक सोशल सर्वे कराया गया है. सर्वे में फ्लाईओवर बनाने के लिए 91.1 फीसदी लोगों का समर्थन मिला है. वहीं स्काईवॉक के समर्थन में केवल 7.27 फीसदी लोग हैं और कुछ नहीं बनाने पर 1.63 फीसदी लोगों ने मत दिया है.
इन चौराहों पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए 42.52 करोड़ का ये प्रोजेक्ट फाइनल किया गया है. कई चौक पर काम भी शुरु हो गया है.
अब अगर स्काईवॉक के विरोध की बात करें, तो कई सामाजिक संगठन और नेता इसे रमन सरकार की फुजूलखर्ची बता रहे हैं. विपक्ष भी इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी कर रहा है, क्योंकि सीधे तौर पर राजधानी रायपुर की जनता इससे जुड़ी है.
हालांकि मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने स्काईवॉक को राजधानी की तस्वीर बदलने वाला बताया है. हालांकि अगर मेट्रो शहरों की बात करें, तो व्यवस्थित ट्रैफिक और पैदल चलने वालों के लिए स्काईवॉक बेहद सफल साबित हुए हैं. लेकिन रायपुर की बसाहट को लेकर इसकी सफलता को लेकर आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं.