रायपुर. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने छत्तीसगढ़ में भाजपा को निर्णायक रूप से शिकस्त देने के लिए आम जनता को बधाई दी है तथा इसे भाजपा की सांप्रदायिक-फासीवादी और जनविरोधी आर्थिक नीतियों के खिलाफ जनादेश बताया है. पार्टी ने रेखांकित किया है कि भाजपाविरोधी वोटों के विभाजन के जरिये सत्ता में बने रहने की भाजपा की चाल को आम जनता ने ठुकरा दिया है और निर्णायक रूप से एक धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन के पक्ष में निर्णय दिया है, जो संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, जनतांत्रिक व मानवाधिकारों की रक्षा के लिए काम करे.

माकपा राज्य सचिवमंडल द्वारा जारी एक बयान में पार्टी ने कहा है कि इन चुनाव नतीजों से स्पष्ट है कि आम जनता ने प्रदेश के कथित विकास के तमाम दावों और केंद्र और राज्य की मोदी-रमन सरकार की नीतियों को ठुकरा दिया है. हकीकत तो यही है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के कारण किसानों, मजदूरों और कर्मचारियों के हर तबके के जीवन स्तर में गिरावट आई है और प्रदेश में आर्थिक असमानता बढ़ी है. जब भी इन तबकों ने अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन किया है, उन्हें गैर-लोकतांत्रिक तरीके से बर्बरतापूर्वक कुचला गया है. चुनावों में आम जनता ने इसका माकूल जवाब दिया है.

माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा है कि यह जनादेश भाजपा की उन कारपोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ भी है, जो जल-जंगल-जमीन, खनिज और अन्य प्राकृतिक संसाधनों को आम जनता के हाथों से छीनकर कारपोरेट तबकों को सौंप रही है. इस मुहिम में वह आदिवासियों व दलितों के लिए बने पेसा, 5वीं अनुसूची व वनाधिकार कानून जैसे संवैधानिक प्रावधानों का भी हिकारत के साथ उल्लंघन कर रही थी. इसके कारण इन तबकों का जमीन के साथ अलगाव बढ़ा है. सरकारी संरक्षण में चलाए गए सलवा जुडूम अभियान ने बस्तर की गरीब जनता, विशेषकर आदिवासियों के मानवाधिकारों को कुचला है. उन्होंने कहा कि आम जनता की संमस्याओं को दूर करने के बजाए भाजपा ने प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है, बड़े पैमाने पर चर्चों को निशाना बनाया है और अल्पसंख्यकों और दलितों की सुरक्षा व रोजी-रोटी को पर हमले किये हैं. आम जनता ने अपने जनादेश के जरिये इन नीतियों को पूरी तरह खारिज कर दिया है.

माकपा ने कहा है कि पार्टी ने आम जनता से सांप्रदायिक और जनविरोधी भाजपा की हार सुनिश्चित करने तथा एक धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन का आह्वान किया था. पार्टी को खुशी है कि आम जनता ने इस आह्वान का सकारात्मक प्रत्युत्तर दिया है. माकपा को आशा है कि आने वाली नई सरकार जनता से किये गए अपने वादों को पूरा करने के लिए तत्काल कदम उठाएगी.