बारामासी नींबू का पेड़ एक साल में दो बार फल का उत्पादन करता है, गर्मियों के मौसम में इस पर जुलाई से अगस्त के महीनों में और सर्दियों में फरवरी से मार्च के महीनो में फल आते है. कृषि एक्सपर्ट के मुताबिक पौधे को कैसे लगाया जाए, इसकी देखभाल कैसे की जाए ये जानते है…

सबसे पहले छोटे गमले में लगा कर नींबू का पौधा तैयार करें

  • बाजार से लाये हुए नींबू से बीज निकाल बीज इकट्ठा करें, बीज साबूत होने चाहिए.
  • अगर आपके घर के आस पास कोई नींबू का पेड़ है, तो उसके नींबू से भी आप बीज निकल सकते है.
  • बीज को धूप में सुखने के लिए रख दें.
  • छोटे से गमलें में मिट्टी भरकर उसमें इस बीज का छिड़काव करें. एक गमलें में 10 से 12 बीज ही बोएं.
  • ध्यान रहें बीज के ऊपर ज्यादा मिट्टी न डालें.
  • शुरुआत में स्प्रे की सहायता से नींबू के बीजों को पानी दें, नमी बने रहना चाहिए.
  • इस पौधे को तैयार होने में 3 महिनें का समय लग सकता है.
  • 4 से 5 इंच का पौधा तैयार होता है.

तैयार पौधे की बड़े गमलें में शिफ्टिंग (रिपॉट)

  • बड़े गमलें में ऊपजाऊ मिट्टी का उपयोग करें, यदि नही है तो वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग कर सकते है.
  • हल्कें हाथों से तैयार नींबू के पौधे को बड़े गमलें में लगाए.
  • पौधा गमले में लगाने के बाद, इसके अंदर भरपूर मात्रा में पानी डालकर इसको कम से कम एक सप्ताह के लिए ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहाँ पर सूरज की सीधी धूप ना आती हों.
  • पौधा बड़ा होने लगे तो आप इसे सीधी धूप वाली जगह पर रख सकते है.
  • पौधा ज्यादा बड़े होने पर इसका कालम काट कर आप जमीन पर भी लगा सकते है.

नींबू के पेड़ की देखभाल कैसे करें

  • जब पौधे पर फूलों से फल बनना शुरू हो जाएं तो प्रत्येक सफ्ताह में एक बार पानी देना चाहिए, इससे नींबू का आकर बढ़ता है.
  • अगर आपके नींबू के पेड़ में फूल नहीं आते या फिर फूल गिर जाते है, तो इसका मतलब यह भी हो सकता है, की आपके पौधे का परागण नहीं हो रहा है, इसके लिए आपको पौधे को ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां पर मधुमखियां, तितलियाँ आती हो.
  • नींबू के पेड़ में फंगस लगने का खतरा हमेशा बना रहता है, इसके लिए फंगी साइड पाउडर का इस्तेमाल करते रहना चाहिए.
  • फंगस लगने का सबसे बड़ा कारण होता है, पौधे के अंदर ज्यादा पानी भर जाना, पौधे को फंगस से बचाने के लिए आपको हमेशा सुबह के समय पानी देना चाहिए.
  • पौधे पर किसी किट पतंगे लगना शुरू हो रहा है तो नीम के तेल को पानी में मिलकर उसका स्प्रे करें.

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