रायपुर- व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (पीईटी) और छत्तीसगढ़ प्री फॉर्मेसी टेस्ट (पीपीएचटी) अचानक रद्द किये जाने के मामले को राज्य सरकार ने बेहद ही गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस परीक्षा रद्द होने को लेकर खेद जताते हुए कहा है कि इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है. सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा न हो.
इधर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने लल्लूराम डॉट कॉम से हुई बातचीत में ये कहा है कि- ये बेहद गंभीर मामला है. इस पर हम जांच कर रहे है कि आखिर गड़बड़ी कहाँ और कैसे हुई है? इस गड़बड़ी के लिए दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
चिप्स के सर्वर में खराबी उठे पर सवाल
परीक्षा रद्द किये जाने को लेकर व्यापमं के सलाहकार प्रदीप चौबे के नाम से जारी सूचना में इस बात का उल्लेख किया गया है कि सर्वर में खराबी की वजह से ऐसी स्थिति बनी है, लेकिन आईटी एक्सपर्ट इस दलील से इत्तेफाक नहीं रखते. आईटी एक्सपर्ट आशीष गुप्ता का कहना है कि चूंकि चिप्स का सर्वर कई दूसरे विभागों के महत्वपूर्ण डाटा को सुरक्षित रखता है ऐसे में सिर्फ व्यापमं की ओर से ली जाने वाली पीईटी और पीपीएचटी के छात्रों के प्रवेश पत्र के जारी होने में दिक्कत नहीं आनी चाहिए. यदि इसमें समस्या होती तो दूसरे अन्य डाटा भी प्रभावित होते, लेकिन ऐसी कोई जानकारी फिलहाल नहीं आई है कि दूसरा डाटा भी प्रभावित हुआ हो.
तो क्या सर्वर में खराबी जान बूझकर की गई?
सूत्र बताते हैं कि सर्वर में खराबी को लेकर सामने आ रही अधिकारियों की थ्योरी जांच के दायरे में आ सकती है. सर्वर अचानक कैसे खराब हुआ? क्या इसके पीछे किसी तरह की साजिश है? इन तमाम पहलूओं पर जांच कराए जाने के संकेत मिल रहे हैं.
चिप्स के अधिकारियों के फोन नम्बर बंद
इधर लल्लूराम डॉट कॉम को आईटी एक्सपर्ट से मिली जानकारी के आधार पर जब चिप्स के अधिकारियों से वस्तुस्थिति समझने की कोशिश की तो अधिकारी उपलब्ध नहीं हुए. चिप्स के सीईओ देव सेनापति का नम्बर बंद पाया गया वहीं चिप्स के एडिशनल सीईओ ने मोबाइल फोन पर किसी तरह का रिस्पॉन्स नहीं दिया.