Chicken is Animal or Bird: ‘पहले अंडा आया या मुर्गी’ इस पर आपने लोगों को बहश करते सुना होगा लेकिन अब मुर्गा पक्षी है या जानवर इस पर एक नई बहश शुरू हो गई है. ऐसा ही एक बहश का मामला गुजरात हाईकोर्ट (gujarat high court) पहुंचा. हाईकोर्ट में लगी एक याचिका में सवाल किया गया है कि क्या मुर्गों को जानवरों की श्रेणी में रखा जाना चाहिए या नहीं. इस सवाल का जवाब देने कोर्ट को भी कई तर्को के साथ कानून (Law) और साइंस (Science) का सहारा लेना पड़ा.

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दरअसल याचिका में मांग की गई थी कि मुर्गों को बूचड़खानों में ही मारा जाए या फिर पॉल्टी फॉर्म में. याचिका में उठाए इस सवाल का जवाब देने के लिए गुजरात हाईकोर्ट में सुनवाई की गई थी. कोर्ट ने इस मामले में क्या कहा और विज्ञान में इसको लेकर कौन से तर्क दिए गए है.

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2023 से शुरू हुई बहस

बता दें कि एनिमल वेलफेयर फाउंडेशन और अहिंसा महासंघ ने साल 2023 में हाई कोर्ट में याचिका डाली थी. इसमें चिकन की दुकानों में मुर्गों के काटने पर बैन लगाने की मांग की करते हुए कहा गया कि मुर्गों को केवल बूचड़खानों में काटा जाना चाहिए. इस पर याचिकाकर्ता ने कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया था. जिसके बाद राज्य भर के स्थानीय निकायों ने मांस की दुकानों का निरीक्षण किया था.

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इस मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया और न्यायमूर्ति निरल मेहता की खंडपीठ ने की. सरकारी वकील मनीषा लवकुमार ने स्पष्ट किया कि मुर्गियां अधिनियम में ये पशु श्रेणी में आती हैं. यानी इन्हें जानवर माना गया है, जबकि मछली इस श्रेणी में नहीं शामिल है.

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जानवर है मुर्गा!

हाइकोर्ट ने इस पूरे मामले में पहले सरकार से राय मांगी थी, जिस पर गुजरात सरकार ने इस सवाल का जवाब दिया कि मुर्गा जानवर है या पक्षी? सरकार का कहना था कि फूड एंड सेफ्टी स्टैंडर्ड एक्ट के तहत मुर्गे को पक्षी नहीं, जानवर माना गया है. इसलिए इसे जानवर ही माना जाएगा और कानून में उल्लंघन नहीं किया जा रहा है.

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साइंस के क्या कहता है?

वहीं साइंस के मुताबिक समझे तो मुर्गा जानवर और पक्षी दोनों ही है. साइंस में मुर्गे का वर्गीकरण एनिमल किंगडम एनिमेलिया में किया गया है, जिसमें पौधों, फंगस और बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्मजीवों को छोड़कर वो सभी जीव आते हैं जो जिंदा हैं. इसलिए इसे जानवर माना जा सकता है.

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इसके अलावा विज्ञान में मुर्गे को एवीज की कैटेगरी में रखा गया है. इसमें उन सभी बर्ड को रखा गया है जिनके पंख होते हैं और अंडे देती हैं. इस तरह मुर्गा पक्षी की कैटेगरी में आता है. आसान भाषा में समझें तो इसे जानवर का एक प्रकार जरूर कह सकते हैं.

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अगर सीधे तौर प्रमाणों के अनुसार समझे तो साफ होता है कि मुर्गा पहले तो जानवर ही है क्योंकि उसे जानवरों के लिए बनी एनिमल किंगडम में जगह दी गई है. फिर जानवरों के लिए अलग-अलग बांटी गई कई कैटेगरी में से एक, एवीज में उसे स्थान मिला.

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