सत्यपाल राजपूत, रायपुर। राजधानी रायपुर स्थित बूढ़ातालाब में विकास कार्यों पर रोक लगाने हाईकोर्ट में याचिका लगी थी. जिसे हाईकोर्ट ने आज खारिज कर दिया है. इसके साथ ही याचिकाकर्ता अमित देवेकर एवं अन्य लोगों की सिक्योरिटी राशि भी जमा कर लिया है. इस फैसले पर महापौर एजाज़ ढेबर ने खुशी जताई है. ढेबर ने आरोप लगाते हुए कहा कि वहां सिर्फ़ उन चंद लोगों को परेशानी है, जो पिछले 15 सालों से वहां विकास कार्य नहीं किया, बल्कि विकास के नाम पर करोड़ों रुपए डकार दिया है.

महापौर ने कहा कि कोर्ट में जाने वाले पक्ष का कहना है कि बिना टेंडर अवैध तरीक़े से ये विकास के नाम पर ठेकेदारी किया जा रहा है. मैदान को छोटा किया जा रहा है, पेड़ काटे जा रहे हैं, मैदान में व्यावसायीकरण करते हुए चौपाटी खोला जाएगा. इस तरह की कोर्ट में मुद्दे रखे गए थे, जिसे उच्च न्यायालय ने ख़ारिज कर दिया है. साथ ही उनके सिक्योरिटी राशि को भी ज़ब्त कर लिया है.

पहले चरण का कार्य पूर्ण

महापौर ढेबर बोले कि बूढ़ातालाब हमारी धरोहर है. इसे बचाने के लिए 34 करोड़ की लागत से विकास कार्य जारी है. पहले चरण का काम हो चुका है. एक साल के अंदर विकास कार्य पूर्ण किया जाएगा.