दिल्ली. केंद्र में नई सरकार बनने के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ने की आशंका है. हालांकि पिछले दिनों जिस तरह इनकी कीमतें बढ़ी .है, उससे संकेत मिलते हैं आगामी दिनों में दामों में बढ़त आहिस्ता-आहिस्ता होगी.

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मई की शुरुआत से अब तक तेल कंपनियों को तेल खरीद पर करीब 2.5-3 हजार करोड़ रुपए का घाटा हुआ है. ऐसे में तेल के दामों में 2-3 रुपए का इजाफा किया जा सकता है, लेकिन यह 10 से 20 पैसे के मूल्य वर्ग में होगा ताकि आम जनता पर एक बार बोझ न पड़े.

अधिकारी ने यह मानने से इनकार किया कि सरकार की ओर से उन पर दाम थामने का कोई दबाव है. उन्होंने कहा, ”हम यह देख रहे हैं कि जनता पर एक बार बोझ डाले बिना कैसे दीर्घकालिक स्तर पर नुकसान को कम किया जा सकता है.”

दिल्ली की बात करें तो 19 मई को जहां पेट्रोल 71.03 रुपए प्रति लीटर था, वहीं सोमवार को यह बढ़कर 71.12 रुपए पर पहुंच गया. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 69.36 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है.