दिल्ली.  Pfizer-बायोनटेक की वैक्सीन को लेकर अब एक बहुत ही खास खबर सामने आ रही है. European Union के ड्रग रेग्युलेटर ने कहा है कि Pfizer की वैक्सीन को अब फ्रिज के तापमान में 1 महीने तक स्टोर रखे जाने की अनुमति दे दी है. इसकी खास बात तो यह कि इससे पहले यह समय सीमा केवल 5 दिनों की थी.

वैक्सीन उम्मीदवारों के सामने आने के बाद से ही फाइजर खासी असरदार मानी जा रही थी, लेकिन उच्च तापमान और मुश्किल ट्रांसपोर्टेशन के जरिए इसका वितरण मुश्किल हो रहा था. वहीं अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कहा कि Pfizer के हाल ही में जमा किए गए डेटा को देखते हुए, ये फैसला लिया गया की इसे एक महीने तक फ्रिज के तापमान में रखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन को 2-8 डिग्री सेल्सियस यानि की 35 से 46 डिग्री फॅरनहाइट में एक महीने तक रखा जा सकता है.

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कहा जा रहा है कि यूरोपियन मेडिकल एजेंसी यानि EMA की तरफ से आया यह बयान पूरे ईयू में वैक्सीन कार्यक्रम को बेहतर बनाएगा. ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज के लिए मुश्किल जरूरतों ने इस वैक्सीन के व्यापक वितरण में परेशानी बढ़ा दी थी. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि फाइजर की वैक्सीन को स्टोरेज के लिए उच्च तापमान की जरूरत होती है. संभावित तौर पर यही कारण रहा कि यह दुनिया के कई देशों तक पहुंचने में असफल रही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, EMA के हवाले से बताया गया है कि ये बदलाव बंद वायल्स पर लागू होगा. साथ ही संघ ने फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन के उत्पादन को क्षेत्र में बढ़ाने की अनुमति दे दी है. खास बात है कि संघ ने खून के थक्कों की शिकायत के बाद एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर अस्थाई रोक लगा दी थी. वहीं, कनाडा में 12 और 15 साल की उम्र के लोगों को टीका लगाने की अनुमति दे दी है. ऐसा करने वाला कनाडा दुनिया का पहला देश है.

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रिपोर्ट्स में माना गया है कि फाइजर की वैक्सीन को स्टोरेज के लिए हाई तापमान की आवश्यकता होती है और यही एक कारण होता है कि इस वैक्सीन को दुनिया के कई देशों तक नहीं पहुंचाया जा सका है.

भारत में क्या है स्थिति

भारत में 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू हो गया था, लेकिन मौजूदा हालात में सप्लाई की कमी के कारण वैक्सीन प्रोग्राम खासा प्रभावित हुआ है. देश में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दी थी. वहीं, कुछ ही समय में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V का निर्माण भी शुरू हो रहा है. संभावना जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों में स्पूतनिक-V बाजार में आ सकती है.