शिवम मिश्रा, रायपुर। दिल्ली में एक पिज्जा डिलवरी ब्वॉय कोरोना का कहर बनकर पूरे दिल्ली में टूटा. जब पड़ताल की गई तो एक-दो नहीं बल्कि 72 घरों में रहने वाले लोगों को क्वारेंटाइन करना पड़ा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा केवल दिल्ली में ही नहीं छत्तीसगढ़ के भी तमाम शहरों में हो रहा है. अंतर इतना है कि वहां समय रहते पुलिस-प्रशासन सचेत हो गई, लेकिन यहां ऐसा नजर नहीं आ रहा है.

दिल्ली की तरह पिज्जा और अन्य खाद्य पदार्थ सप्लाई का खेल राजधानी रायपुर समेत कई शहरों में भी धड़ल्ले से चल रहा है. लेकिन इस पर न प्रशासन की नजर है और न पुलिस की. अकेले रायपुर की बात करें तो कई ऑनलाइन कंपनी के डिलीवरी ब्वॉय दिन-रात सड़कों पर सैकड़ों की संख्या में चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन इनमें से किसी एक की भी पुलिस ने पड़ताल नहीं की है. क्या इन डिलीवरी ब्वॉय को कोरोना का खतरा नही है ? जो दिनभर में राजधानी के कई पॉश कॉलोनियों में जाकर लोगों के घरों तक खाने-पीने का सामान पहुंचा रहे हैं.

सूत्रों की माने तो लॉकडाउन के दौरान यही डिलीवरी ब्वॉय ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर लोगों को खाने-पीने के सामान के साथ-साथ नशेड़ियों को बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू के साथ-साथ कई अन्य नशीले पदार्थ पहुंचाकर दे रहे हैं. खासतौर से राजधानी में यह सुविधा देर रात तक नशेड़ियों को दी जाती हैं. यह बात भी सामने आ रही है कि कुछ होटलों के पर्सनल डिलीवरी ब्वॉय भी घरों तक शराब पहुंचा रहे हैं

अब सवाल यह है कि लॉकडाउन के दौरान कोरोना पर कैसे लगाम कसी जाए इसके लिए इस ओर भी क्या प्रशासन को ध्यान नहीं देना चाहिए. क्या इस तरह की ऑनलाइन सुविधाओं पर प्रशासन को कुछ मांगों और शर्तों पर संचालन नहीं कराना चाहिए या फिर इन्हें इसी हाल पर छोड़ देना चाहिए. क्या इस बात की पड़ताल नहीं होनी चाहिए कि दिनरात घूमने वाले डिलीवरी ब्वॉय खुद को कोरोना से बचने के लिए किस तरह का एहतियात बरत रहे हैं.