नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया 1 नवंबर से एक बार फिर छत्तीसगढ़ के चार दिन के दौरे पर आ रहे हैं. इस बार वे मैदानी क्षेत्रों का रुख करेंगे. उनके आने से पहले कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने और प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई सवाल सियासी फिज़ा में तैर रहे हैं. राज्य के ताज़ा राजनीतिक हालात और उनके दौरे को लेकर उनसे बात की रुपेश गुप्ता ने.

रुपेश गुप्ता- इस बार मैदान का दौरा कर रहे हैं. कुछ अलग होगा ये दौरा या फिर पहले की तरह कार्यकर्ताओं से मुलाकात मुख्य एजेंडा है.

पीएल पुनिया- कार्यकर्ताओं से मुलाकात होगी. जन सभाएं भी हैं. इस मुंगेली, बेमेतरा और कवर्धा का दौरा कर रहा हूं. कार्यकर्ताओं से मिलूंगा. उन्हें सुनूंगा. मुंगेली में जन अधिकार रैली है.

रुपेश गुप्ता-  क्या फीडबैक मिल रहा है. आप लगातार कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं

पीएल पुनिया- बहुत बढ़िया फीडबैक मिल रहा है. कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं. सबको लग रहा है कि हम चुनाव जीत रहे हैं. सरकार के खिलाफ कई मद्दे हैं. सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के प्रामाणिक आरोप हैं. यहां की सरकार ने जनअधिकारों की उपेक्षा की है. किसानों के साथ धोखाधड़ी स्पष्ट है. नैतिक अधिकार भी नहीं है कि वोट मांगे और सत्ता में आए. लोगबाग यही मान रहे हैं.

रुपेश गुप्ता- फिर भी, आपने इतने सारे कार्यकर्ताओं से मुलाकात की है क्या लग रहा है कि कांग्रेस क्या करेगी कि चुनाव जीत सके.

पीएल पुनिया- सब मिल-जुलकर चुनाव लड़ेंगे और लक्ष्य को हासिल करेंगे. हर विधानसभा के लिए अलग रणनीति है. विधानसभा की स्थिति को देखकर ही उम्मीदवार का चयन होगा. प्रचार किया जाएगा. हर विधानसभा के लिए उसकी ज़रूरत के हिसाब से रणनीति बनेगी.

रुपेश गुप्ता- इस बार 25 लाख युवा वोटर हैं. उनको साधने के लिए क्या रणनीति रहेगी. अब तक देखा गया है कि बीजेपी को सोशल मीडिया के जरिए युवाओं के मामले में एडवांटेज लेती है. इन वोटर को लेकर क्या रणनीति रहेगी कांग्रेस की ?

पीएल पुनिया- अब बीजेपी कांग्रेस से सोशल मीडिया पर पीछे हो रही है. इसलिए सोशल मीडिया पर अंकुश की बात की जा रही है. देखिए नौजवानों को नौकरी चाहिए उन्हें नौकरी मिल नहीं रही है. नौकरी की अपेक्षा सरकार से होती है. तो जब नौजवानों को नौकरी नहीं मिलेगी तो कैसे वे नौजवानों से वोट मांगेगे और नौजवान उन्हें वोट कैसे देंगे.

रुपेश गुप्ता- कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की घोषणा कब की जाएगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के पहले या बाद में ?

पीएल पुनिया- जिलाध्यक्ष की घोषणा चुनाव प्राधिकरण करेगा. अब देखना है कि वो कब करता है. इसकी घोषणा एक साथ प्रदेश पदाधिकारियों के साथ किए जाने की संभावना है. अब देखना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले इसकी घोषणा होती है या बाद में.

रुपेश गुप्ता- प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई चर्चाएं हैं. वोरा जी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी अपनी पसंद का प्रदेश अध्यक्ष बनाएंगे.

पीएल पुनिया- वोरा जी ने सही कहा है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव राहुल गांधी अध्यक्ष बनने के बाद करेंगे. छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने ये प्रस्ताव पारित किया है कि प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे. दूसरे राज्यों ने भी ऐसा ही किया है. जहां राहुल गांधी को अध्यक्ष बदलना होगा बदलेंगे, जहां जिसे रखना होगा. उसे रखेंगे.

रुपेश गुप्ता- छत्तीसगढ़ में ख़बरें आ रही हैं कि कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए जाएंगे, समीकरण साधने के लिए ?

पीएल पुनिया- कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की बात अभी नहीं आई है. ये काल्पनिक बाते हैं. सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे. जब ये बात सामने आएगी तब इस पर चर्चा होगी. सब मिलकर काम करेंगे लक्ष्य हासिल करेंगे.