नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और उच्चायुक्त के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व अन्य कांग्रेस नेताओं की डिनर पार्टी का मामला तूल पकड़ चुका है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान कनेक्शन वाले बयान पर दुख जताया है. डॉ. मनमोहन की तरफ से सोमवार को एक बयान जारी किया गया. जिसमें कहा गया कि राजनीतिक फायदे के लिए मोदी अफवाह फैला रहे है. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस आरोप पर देश से माफी मांगने की बात कही है. जिसमें पीएम ने आरोप लगाया है कि गुजरात चुनावों में भाजपा को हराने के लिए मनमोहन सिंह ने पाकिस्‍तान के साथ साजिश की थी.

मनमोहन सिंह ने कहा कि गुजरात चुनाव में पिछड़ने के बाद राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री इस तरह के झूठ का सहारा ले रहे है. जिससे मैं काफी दुखी हूं. उन्‍होंने कहा कि मैं मोदी के परोक्ष इशारों को खारिज करता हूं क्योंकि मैंने मणिशंकर अय्यर द्वारा दिये गये रात्रिभोज में किसी के साथ गुजरात चुनावों के बारे में बात नहीं की थी. मनमोहन सिंह ने कहा कि हमें और हमारी पार्टी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राष्‍ट्रीयता सीखने की जरूरत नहीं है.

 

उन्‍होंने इस दौरान मोदी की पाकिस्‍तान यात्रा का भी जिक्र किया ओर कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहता हूं कि ऊधमपुर और गुरदासपुर जैसी आतंकवादी हमले के बाद आखिर वो क्‍यों पाकिस्तान गए. उन्‍हें इस बात की भी जानकारी देनी चाहिए कि आतंकवादी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान की कुख्यात एजेंसी आईएसआई को पठानकोट एयरबेस में क्यों बुलाया गया?

मनमोहन सिंह ने कहा कि पांच दशक के सार्वजनिक जीवन का उनका ट्रैक रिकॉर्ड सबको पता है और मोदी सहित कोई भी उनपर सवाल नहीं उठा सकता.

गौरतलब है कि रविवार को बनासकांठा के पालनपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया था कि गुजरात के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीमा पार से मदद से ले रहे हैं. कांग्रेस पर हमले के साथ मोदी ने सवाल किया था कि आखिर पाकिस्तान में सेना और इंटेलिजेंस में उच्च पदों पर रहे लोग गुजरात में अहमद पटेल को सीएम बनाने की मदद की बात क्यों कर रहे हैं? मोदी ने पूछा था कि आखिर इसके क्या मायने हैं?