PM Modi Jamui: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भाग लेने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमुई पहुंचे. इसके बाद वह कार्यक्रम स्थल के मंच पर पहुंचे, जहां उन्होंने 6600 करोड़ रुपये की परियोजना का शिलान्यास किया. इसके साथ ही उन्होंने 150 रुपये के स्मारक सिक्का का विमोचन भी किया. वहीं, इससे पहले पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा के परिवार के सदस्य बुधरा मुंडा को सॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया.

पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें…

  • पीएम मोदी ने कहा कि हमें द्रौपदी मुर्मू जी को देश का राष्ट्रपति बनाने का अवसर मिला.
  • पीएम मोदी ने कहा कि जिसे कोई नहीं पूछने वाला होता है, उसे मोदी पूछने का काम करता है.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि संस्कृति हो या फिर सामाजिक न्याय, आज की NDA सरकार का मानक कुछ अलग ही है.

‘आदिवासी समाज के इतिहास को मिटाने की कोशिश’

  • पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद के दशकों में आदिवासी इतिहास के अनमोल योगदान को मिटाने की कोशिशें की गईं. इसके पीछे भी स्वार्थ भरी राजनीति थी.
  • राजनीति ये थी कि भारत की आजादी के लिए सिर्फ एक ही दल को श्रेय दिया जाए, लेकिन अगर एक ही दल, एक ही परिवार ने आजादी दिलाई है, तो भगवान बिरसा मुंडा का उलगुलान आंदोलन क्यों हुआ था, संथाल क्रांति क्या थी, कोल क्रांति क्या थी?
  • धरती आबा बिरसा मुंडा के इस भव्य स्मरण के बीच आज 6 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है. इनमें मेरे आदिवासी भाई-बहनों के लिए करीब 1.5 लाख पक्के घरों के स्वीकृति पत्र हैं.
  • आदिवासी बच्चों का भविष्य संवारने वाले स्कूल हैं, हॉस्टल हैं. आदिवासी महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, आदिवासी क्षेत्रों को जोड़ने वाली सैकड़ों किमी की सड़कें शामिल हैं.

‘पिछली सरकारों को आदिवासी समाज की परवाह नहीं थी’

अति पिछड़ी आदिवासी जनजातियों की पहले की सरकारों ने कोई परवाह ही नहीं की थी. इनके जीवन से मुश्किलें कम करने के लिए ही 24 हजार करोड़ रुपये की पीएम जनमन योजना शुरू की गई. इस योजना से देश की सबसे पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों के विकास सुनिश्चित हो रहा है. आज इस योजना का एक साल पूरा हो रहा है. इस दौरान हमने अति पिछड़ी जनजातियों को हजारों पक्के घर दिए हैं. पिछड़ी जनजातियों की बस्तियों को जोड़ने के लिए सैकड़ों किमी की सड़कों पर काम शुरू हो चुका है.

सिकल सेल एनीमिया पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए सिकल सेल एनीमिया की बीमारी एक बहुत बड़ी चुनौती रही है. हमारी सरकार ने इससे निपटने के लिए राष्ट्रीय अभियान चलाया है, जिसको शुरू हुए एक साल हो चुका है.इस दौरान करीब 4.5 करोड़ साथियों की स्क्रीनिंग हुई है. आदिवासी परिवारों को अन्य बीमारियों की जांच के लिए ज्यादा दूर न जाना पड़े, इसके लिए बड़ी संख्या में आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जा रहे हैं.

मंच पर केवल इन नेताओं को मिली जगह

बता दें कि समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री जनक राम आदि मौजूद रहे. 

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