भोपाल/श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कराहल के मॉडल स्कूल ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष पिछड़ी जनजाति समूह कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों शिवपुरी, मण्डला, शहडोल और तामिया का लोकार्पण किया. पीएम मोदी ने चीता मित्रों से चर्चा की. समूह की महिलाओं को सहायता राशि सौंपी. सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने प्रदेशवासियों को विश्वकर्मा पूजा की बधाई दी. उन्होंने कहा कि अपने जन्मदिन पर मां के चरण छूकर आशीर्वाद लेता हूं, लेकिन मां के पास नहीं जाकर मप्र के आदिवासियों के पास आया हूं. लाखों माताएं मुझे आज आशीर्वाद दे रही हैं. यह दृश्य जब मेरी मां देखेगी, तो उनको जरूर संतोष होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे लिए देश की माताएं, बहनें, बेटियां मेरा सबसे बड़ा रक्षा कवच हैं. शक्ति का स्रोत हैं, मेरी प्रेरणा हैं. ये चीते आपके सुपुर्द इसलिए किए हैं कि आप पर हमारा भरोसा है. आप मुसीबत झेलेंगे, लेकिन चीतों पर मुसीबत नहीं आने देंगे. ये मेरा विश्वास है. इसी कारण आप सभी को 8 चीतों की जिम्मेदारी दे रहा हूं. इस देश के लोगों ने कभी मेरे भरोसे को तोड़ा नहीं. मध्यप्रदेश के लोगों ने कभी मेरे भरोसे पर आंच नहीं आने दी. मप्र में शिवराज की सरकार उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के लिए काम कर रही है. समूह की महिलाएं इससे जुड़ी हुई है. समूह के द्वारा 500 करोड़ से अधिक उत्पादों की ब्रिकी की गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछली शताब्दी के भारत और इस शताब्दी के नए भारत में एक बहुत बड़ा अंतर हमारी नारी शक्ति के प्रतिनिधित्व के रूप में आया है. आज के नए भारत में पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारीशक्ति का परचम लहरा रहा है. हाल में संपन्न हुए पंचायत चुनावों में पूरे मध्यप्रदेश में लगभग 17000 बहनें जनप्रतिनिधि के रूप में चुनी गई हैं. ये बड़े बदलाव का संकेत है, बड़े परिवर्तन का आह्वान है. हमारी सरकार ने देश की 2 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को घरों की मालकिन बनाया है.
आप स्व सहायता समूह की मेरी बहनों, आपने कोरोना काल में संकट की उस घड़ी में मानव मात्र की सेवा के लिए लाखों मास्क बनाए और इसके पश्चात आजादी के 75वें अमृत वर्ष में आपने असंख्य तिरंगे बनाकर हम सबको गौरवान्वित किया. आजादी की लड़ाई में सशस्त्र संघर्ष से लेकर सत्याग्रह तक देश की बेटियां किसी से पीछे नहीं रहीं हैं. पिछले 8 वर्षों में स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने में हमने हर प्रकार से मदद की है. देश में 8 करोड़ से अधिक बहनें इस अभियान से जुड़ी हैं. हमारा लक्ष्य है कि हर ग्रामीण परिवार से कम से कम एक बहन इस अभियान से जुड़े.
मध्यप्रदेश में अब तक 40 लाख परिवारों को नल से जल पहुंचाया जा चुका है. मैं इस अभियान की सफलता का श्रेय आप बहनों को देता हूं. 3 हजार से अधिक नल जल परियोजनाओं का प्रबंधन आप स्व सहायता समूह की बहनों द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है. जनजाति अंचलों में जो वन उपज है, उनको बेहतरीन उत्पादों में बदलने के लिए हमारी जनजाति बहनें प्रशंसनीय काम कर रहीं हैं. मध्यप्रदेश सहित देश की लाखों जनजाति बहनें प्रधानमंत्री जनधन योजना का लाभ उठा रहीं हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का संबोधन
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने श्योपुर आने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार मानते हुए कहा कि ये श्योपुर जिला बहुत ही छोटा है, लेकिन प्राकृतिक संपदा से भरा है. इस जिले में दो विधानसभा हैं. इस क्षेत्र में जंगल हैं. शिव भगवान के कई मंदिर हैं. इसी कारण इसे श्योपुर नाम दिया गया है. आज गांव के गरीब किसानों से मिलने के लिए हमारी बहनों का उत्साह बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए हैं.
श्योपुर में अभयारण्य बनाने के लिए लोग विस्थापित हो गए, इंतजार करते रहे कि क्षेत्र आगे बढ़ेगा. लेकिन ये इंतजार ही रहा. 2014 में पीएम मोदी ने पद संभाला. इसके बाद उनसे अनुरोध किया. पीएम मोदी ने कहा कि हम श्योपुर चलेंगे तो खाली हाथ नहीं चलेंगे. जब पहुंचेंगे तो चीते के साथ ही इस अभयारण्य का शुभारंभ करेंगे.
सीएम शिवराज ने क्या कहा ?
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे बीच में हैं. मध्यप्रदेश आज खुशियों से झूम रहा है. सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि जो होटल और रिसोर्ट बनाएंगे और जनता और पर्यटकों की सुविधा के लिए अधोसंरचना बनाएंगे. हम उनको विशेष सुविधाएं देने का काम करेंगे.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक