रायपुर. राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन से प्रदेश में सिकलसेल की जांच और इससे बचाव की गतिविधियों में तेजी आएगी. राज्य सरकार पहले से ही इसके उन्मूलन के लिए गंभीरता से काम कर रही है. हाल ही में रायपुर में सिकलसेल संस्थान के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Centre of Excellence) की आधारशिला भी रखी गई है. ये बातें उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ के मौके पर कही. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहडोल से राष्ट्रीय स्तर पर मिशन का शुभारंभ किया.

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव रायपुर के राजातालाब हमर अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभारंभ कार्यक्रम से जुड़े. इस दौरान सांसद सुनील सोनी, पूर्व विधायक नंदे साहू, स्वास्थ्य विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक भोसकर विलास संदिपान और पार्षद आकाश तिवारी भी मौजूद थे.

छत्तीसगढ़ में हर दस में से एक व्यक्ति सिकलसेल वाहक : सिंहदेव

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ के मौके पर कहा कि विवाह के पूर्व और बच्चे के जन्म के पहले सिकलसेल की जांच अवश्य करानी चाहिए. छत्तीसगढ़ में हर दस में से एक व्यक्ति सिकलसेल वाहक है. सभी लोगों को इसकी जांच कराना चाहिए. सिकलसेल की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीओसी किट की भी खरीदी की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता अब बढ़ रही है. इसके पीड़ितों को रक्त चढ़ाने या अस्पताल में भर्ती होने की नौबत अब बहुत कम आ रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम में 30 सिकलसेल रोगियों को सिकलसेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड वितरित किया.

डॉक्टरों का किया गया सम्मान

राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने राजातालाब हमर अस्पताल पहुंचे सिंहदेव ने अस्पताल का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की गोलियों की महतारी टोकरी प्रदान किया. स्वास्थ्य मंत्री ने आज राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर कार्यक्रम में मौजूद सभी डॉक्टरों का सम्मान भी किया.

17 राज्यों के 278 जिलों में चलाया जाएगा मिशन

देश में आनुवांशिक बीमारी सिकलसेल को दूर करने भारत सरकार द्वारा आज राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरूआत की गई है. वर्ष 2047 तक सिकलसेल को खत्म करने करने देश के 17 राज्यों के 278 जिलों में यह मिशन संचालित किया जाएगा. इस मिशन में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों को शामिल किया गया है. मिशन के अंतर्गत विकासखंडवार लोगों को सिकलसेल के कारण और बचाव के उपाय बताए जाएंगे. साथ ही जरूरी जांच और इलाज भी मुहैया कराया जाएगा. प्रदेश में इसके शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. सुरेन्द्र पामभोई, उप संचालक डॉ. केआऱ सोनवानी, रायपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी और सिविल सर्जन डॉ. एसके भंडारी सहित स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कई अधिकारी उपस्थित थे.