नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रमजान की मुबारकबाद के साथ मन की बात की शुरुआत की. उन्होंने देश के आवाम को रेडियो के माध्यम से 32वीं बार संबोधित किया. मोदी ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना शांति, एकता को बढ़ावा देने में सहायक होगा. मोदी ने कहा कि सवा-सौ करोड़ देशवासी इस बात का गर्व कर सकते हैं कि वे दुनिया के सभी संप्रदाय में मौजूद हैं. हर प्रकार की विचारधारा, हर प्रकार की पूजा पद्धति, हर प्रकार की परंपरा, हम लोगों ने एक साथ जीने की कला आत्मसात की है.
पीएम मोदी ने कहा कि रमजान का पवित्र महीना शान्ति, एकता और सद्भावना के मार्ग को आगे बढ़ाने में जरूर सहायक होगा. आज का उनका संबोधन मुख्यत: इन पांच बातों पर केंद्रित था-
योग दिवस को सफल बनाने की अपील
प्रधानमंत्री मोदी ने 21 जून को होने वाले विश्व योग दिवस को सफल बनाने की अपील की. पीएम ने देशवासियों से अपील की कि वे इस बार के योग दिवस में ‘कल आज और कल’ का थीम दिखाएं. यानी परिवार की तीन पीढ़ियों के लोग एक साथ योग करें
कूड़ा प्रबंधन के भागीदार बनें
पीएम मोदी ने देशवासियों से कूड़ा प्रबंधन में भागीदार बनने की अपील की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के सहयोग से जनप्रतिनिधियों की मदद से कूड़ा प्रबंधन का महत्वपूर्ण अभियान छेड़ना तय किया है.लोगों को प्रेरित करने के लिए पीएम मोदी ने मुंबई के अफरोज शाह की कहानी बताई.
वीर सावरकर को किया याद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज वीर सावरकर की जन्म जयंती है. वे अंडमान में कैद थे. सेलुलर जेल को काला पानी क्यों कहा जाता था, ये वहां जाकर ही पता चलता है. वो आजादी का तीर्थ है.
तीन साल के कार्यकाल की आलोचना करने वालों का शुक्रिया
केंद्र में पीएम मोदी की अगुवाई में बीजेपी सरकार के तीन साल पूरे हो चुके हैं. पीएम मोदी ने कहा कि उन लोगों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने गहराई से आलोचना की और महत्वपूर्ण फीडबैक दिए.
विश्व पर्यावरण दिवस को सफल बनाएं
पीएम मोदी ने कहा कि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है. 5 जून को प्रकृति के साथ जुड़ने का वैश्विक अभियान, हमारा स्वयं का भी अभियान बनना चाहिए. वेदों में पृथ्वी और पर्यावरण को शक्ति का मूल माना गया है. हमारे यहां कहा गया है- माता भूमिः पुत्रो अहम् पृथिव्याः अर्थात् जो शुद्धता है, वह हमारी पृथ्वी के कारण है.