नई दिल्ली। नवरात्र, दिवाली-दशहरा की तैयारी में जुटे लोगों को एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के मामलों में भले ही कमी नजर आ रही है, लेकिन यह वक्त लापरवाही बरतने का नहीं है. जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं की बात कहते हुए उन्होंने लापरवाही बरतने वालों को बीमारी को लेकर सचेत किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देशवासियों के नाम अपने 12 मिनट के संबोधन में कहा कि लॉकडाउन भले ही चला गया हो, लेकिन वायरस नहीं गया है. जनता कर्प्यू से लेकर अब तक स्थिति में सुधार हुआ है. उसे बिगड़ने नहीं देना है, और अधिक सुधार करना है. उन्होंने कहा कि भारत में रिकवरी रेट अच्छी है, वहीं फेटेलिटी रेट कम है. देश में 10 लाख लोगों में से साढ़े पांच चजार लोगों को कोरोना हुआ है, वहीं ब्राजी, अमेरिका जैसे देश में यह आंकड़ा 25 हजार के करीब है. वहीं भारत में जहां 10 लाख लोगों में मृत्यु दर 83 है, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, 600 के पार है.

साधन संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है. प्रधानमंत्री ने बताया कि कोरोना मरीजों के लिए 90 लाख से ज्यादा बेड्स की सुविधा उपलब्ध है. 12 हजार क्वारेंटाइन सेंटर्स हैं. 200 कोरोना टेस्टिंग लैंब काम कर रहे हैं. टेस्टिंग की संख्या 10 करोड़ के आंकड़े से पार हो जाएगी. कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में देश की सेवा परमो धर्म बड़ी ताकत रही है, हमारे डाक्टर्स, हेल्थ वर्कर्स, सुरक्षा कर्मी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह समय लापरवाह होने का नहीं है, यह समय यह मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया, या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है. हाल के दिनों में हमने बहुत सी तस्वीरें वीडियो देखी हैं, जिसमें साफ दिखता है कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है, या बहुत ढिलाई दे रहे हैं, यह बिल्कुल ठीक नहीं है. अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तो आप अपने आप को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं.

उन्होंने कहा कि  आज अमेरिका हो या यूरोप के दूसरे देश, कोरोना के मामले कम हो रहे, लेकिन अचानक फिर से बढ़ने लगे हैं, और चिंताजनक वृद्धि हो रही है. कबीरदास के दोहे को उद्धत़ करते हुए कहा कि कई बार बार हम पकी फसल देकर ही आत्मविश्वास से भर जाते हैं, लेकिन जब तक फसल घर में नहीं आ जाए तब तक नआ काम पूुरा नहीं मानना चाहिए. जब तक सफलता पूरी न मिल जाए तब तक लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. इसलिए जब तर इस महामारी की वैक्सनी नहीं आ जाती हमारी लड़ाई को कमजोर नहीं होने देना है.

पीएम ने कहा कि  मानवता तो बचाने के लिए पूरी दुनिया में युद्ध स्तर पर काम हो रहा है. हमारे देश के वैक्सीन के भी जी जान से जुटे हैं. भारत में कोराना की कई वैक्सीन पर काम चल रहा है, कुछ एडवांस स्तर पर है. कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय कैसे पहुंचे सरकार की तैयारी जारी है. एक-एक नागरिक तक वैक्सनी पहुंचे इसके लिए तेजी से काम हो रहा है. उन्होंने रामचरित मानस को उद्धत करते हुए कहा कि पाप, बीमारी और शत्रु को कभी भी छोटा नहीं समझना चाहिए, जब तक पूुरी तरह से साफ न हो जाए. इसलिए दो गज की दूरी , समय-समय पर हाथ धोना , मास्क लगाने का ध्यान रखें.