नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्च प्रवाह क्षमता वाली कोविड-19 परीक्षण सुविधाओं का शुभारंभ करेंगे. इन सुविधाओं से देश में परीक्षण करने की क्षमता बढ़ेगी और इनसे बीमारी की शुरुआती पहचान और समय रहते उपचार करने में तेजी आएगी.

इन तीन उच्च क्षमता प्रवाह वाली परीक्षण सुविधाओं को आईसीएमआर- राष्ट्रीय कैंसर निवारण एवं अनुसंधान संस्थान, नोएडा, आईसीएमआर- राष्ट्रीय प्रजननीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान, मुंबई और आईसीएमआर- राष्ट्रीय हैजा एवं आंत्र बीमारी संस्थान, कोलकाता में स्थापित किया गया है, जो हर रोज 10,000 से अधिक नमूनों का परीक्षण करने में सक्षम है. इन सुविधाओं से युक्त प्रयोगशालाओं से संक्रामक नैदानिक सामग्री से स्वास्थ्यकर्मियों को बचाने और उनके प्रतिवर्तन काल (टर्नअराउंड टाइम) को कम करने में मदद मिलेगी. इन प्रयोगशालाओं में कोविड के अलावा अन्य बीमारियों का भी परीक्षण हो सकेगा.

महामारी खत्म होने के बाद हेपेटाइटिस बी एवं सी, एचआईवी, माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस, साइटोमेगालोवायरस, क्लैमाइडिया,नीसेरिया,डेंगू इत्यादि बीमारियों के लिए भी परीक्षण कार्य होगा. इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री के अलावा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी हिस्सा लेंगे.