वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 225 दिनों के अंतराल के बाद गुरुवार को एक बार फिर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान पीएम ‘रुद्राक्ष’ कन्वेंशन सेंटर समेत कुल 1475 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे. इसके अलावा वे कोरोना मरीजों के इलाज में लगे तमाम चिकित्सकों से संवाद भी करेंगे.

सिगरा इलाके में भारत व जापान की दोस्‍ती के प्रतीक रुद्राक्ष का निर्माण जापान सरकार की 186 करोड़ की आर्थिक व तकनीकी सहायता से हुआ है. इसकी डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएंटल कंसल्‍टेंट ग्‍लोबल ने किया है. इस अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सम्मेलन केंद्र में 108 रुद्राक्ष लगाए गए हैं, और इसकी छत शिवलिंग के आकार की है. इसमें 1,200 लोगों के बैठने की क्षमता है.

जापानी वास्‍तुकला के नायाब नमूना ‘रुद्राक्ष’ कन्‍वेंशन सेंटर के लोकार्पण कार्यक्रम में जापान के पीएम योशिहिदे सुगा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे. वहीं जापान के राजदूत सातोषी सुजुकी 11 सदस्‍यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को वाराणसी पहुंच चुके हैं. जापानी राजदूत के साथ उनकी पत्‍नी चीकागे सुजुकी भी वाराणसी आई हैं. लोकार्पण के मौके पर रुद्राक्ष जापानी फूलों से महकेगा।

रुद्राक्ष कन्‍वेंशन सेंटर में पीएम मोदी का अभिनंदन जीआई क्राफ्ट के रुद्राक्ष मॉडल और जरदोजी व रुद्राक्ष से तैयार अंगवस्‍त्र देकर किया जाएगा. पद्मश्री डॉ. रजनीकांत के मार्गदर्शन में लकड़ी खिलौने के नेशनल अवार्डी रामेश्‍वर सिंह व स्‍टेट अवार्डी राजकुमार के साथ कुशल शिल्पियों ने रुद्राक्ष भवन के मॉडल को तैयार किया है, वहीं लल्‍लापुरा निवासी मास्‍टर शिल्‍पी मुमताज अली ने जरदोजी और रुद्राक्ष के दानों से पीले रंग का अद्भुत अंगवस्‍त्र तैयार किया है.