77वां स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई गणमान्य हस्तियां शामिल हुए. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरा राष्ट्र देशभक्ति से लबरेज है. प्रधानमंत्री ने लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद अपने भाषण में कहा कि टेक्नोलॉजी में भारत के टैलेंट की नई भूमिका रहने वाली है. इसी के साथ हम 6G सर्विस पर काम कर रहे हैं. अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि स्टार्टअप की शक्ति ने देश को इकोसिस्टम में जगह दिलाई है. अब आने वाला समय टेक्नोलॉजी से प्रभावित रहने वाला है. आने वाले समय में विकास में इसकी भूमिका रहेगी.
पीएम मोदी ने कहा कि टास्क फोर्स पहले से ही मौजूद है और भारत 5G से 6G में तेजी से बदलाव करने की दिशा में काम कर रहा है. लाल किले पर अपने स्वतंत्रता भाषण के दौरान उन्होंने कहा, ”हमने 6जी टास्क फोर्स का गठन किया है.” पीएम मोदी ने आगे बताया कि देश ने 5G का सबसे तेज राष्ट्रव्यापी रोलआउट हासिल किया है।गौरतलब है कि इसी साल की शुरुआत में पीएम मोदी ने भारत 6जी विजन डॉक्यूमेंट भी जारी किया था, जिसका उद्देश्य 6जी के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास शुरू करना है और नई तकनीक को तेजी से अपनाने में मदद करेगा.
हेल्थकेयर में मदद मिलेगी
दूरस्थ निगरानी से लेकर उपचार तक, 6G स्वास्थ्य सेवा को बदल सकता है.
6G यानी टेराबिट स्पीड की दौड़
5जी से 100 गुना तेज
6जी का लक्ष्य एक टेराबिट प्रति सेकंड (टीबीपीएस) की आश्चर्यजनक स्पीड प्रदान करना है, इससे हमारे रहने, काम करने और खेलने के तरीके में बदलाव हो सकता है. 5G के 60 किलोबिट से, 6G हमारी कनेक्टिविटी को पहले से कहीं अधिक बढ़ाने का वादा करता है.
2030 की शुरुआत में होगी 6जी टेस्टिंगभारत सबसे तेज 5जी रोलआउट के बाद देश में 2030 की शुरुआत में 6जी टेस्टिंग करने वाला है. एआई, आईओटी और मशीन लर्निंग से एक ऐसे भविष्य का निर्माण होगा जहां भारत की तकनीकी क्षमता दुनिया का नेतृत्व करेगी.
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