रायपुर। जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक चल रही है. इस बैठक को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया. बैठक के दौरान पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, छत्तीसगढ़ प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय उपस्थित रहे.

बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह वंशवादी राजनीति को महत्व देती है. जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. उन्होंने इस अवसर पर परिवारवादी राजनीतिक दलों से बचने की चेतावनी देते हुए कहा कि उन पार्टियों ने देश का बहुत अधिक कीमती समय बर्बाद किया है और देश को क्षति पहुंचाई है. उन्होंने कहा कि वंशवादी राजनीति करने वाली पार्टियां देश को सिर्फ पीछे ले जाना चाहती हैं. क्योंकि उनकी जिंदगी परिवार से शुरू होकर परिवार पर ही खत्म होती है.

मोदी ने 40 मिनट से ज्यादा समय तक भाजपा पदाधिकारियों को संबोधित किया. उन्होंने भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे ऐसे नए सदस्यों को पार्टी से जोड़ें, जिनका परिवार राजनीति में नहीं रहा हो. उन्होंने कहा, ‘हमें ऐसे लोगों को भाजपा में मौका देना चाहिए इसीलिए ऐसे लोगों को पार्टी से जोड़ें. हमें यह याद रखना होगा कि वंशवादी राजनीति से धोखा खाये लोगों का भरोसा सिर्फ भाजपा ही कायम कर सकती है. वंशवादी राजनीति ने देश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है. लोकतंत्र को बचाने के लिए हमें वंशवादी राजनीति के खिलाफ लड़ना होगा’.

वंशवाद की राजनीति के बीच कमल खिला

मोदी ने कहा कि वंशवादी राजनीति करने वाली राजनीतिक पार्टियां महात्मा गांधी के दृष्टिकोण के खिलाफ काम कर रही हैं. उन्होंने कहा, ‘लेकिन इस वंशवादी राजनीति के बीच भी कमल खिला. आजादी के बाद वंशवादी राजनीति ने देश की बहुत क्षति की. पार्टियां सिर्फ महात्मा गांधी का नाम लेती रहीं लेकिन उनके काम बापू के दृष्टिकोण के विपरीत रहे’. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने आत्मनिर्भरता की बात की थी. लेकिन हमारा देश अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशों पर निर्भर था. लेकिन आज देश आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ रहा है और इसका श्रेय भाजपा को जाता है.

कुछ पार्टियां कभी जाति कभी धर्म का सहारा लेती हैं- मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कुछ राजनीतिक दल समाज की खामियों को तलाश कर कभी जातिवाद तो कभी धर्म आदि के नाम पर उस कमजोरी को भुनाना चाहते हैं. हमें इस तरह के लोगों से सावधान रहना होगा. हमें एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य को हासिल करने की ओर आगे बढ़ना है.’ उन्होंने कहा कि ‘विकास की राजनीति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. हम गर्व से कह सकते हैं कि भाजपा विकास की राजनीति को मुख्यधारा में लेकर आई है. हर पार्टी चुनाव से पहले विकास की बात करती है. कुछ पार्टियां समाज की खामियों का लाभ उठाकर या समाज में तनाव पैदा करके उस अवसर को भुनाती हैं’.

देश ने तय किया 25 साल का लक्ष्य

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं को देश के 130 करोड़ लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए. यहां तक कि पूरी दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देखती है. मोदी ने कहा कि ‘लोगों की यही आकांक्षाएं हमारी जिम्मेदारी बढ़ा देती है. देश ने अपने लिए अगले 25 साल का लक्ष्य निर्धारित किया है और भाजपा को भी आने वाले वर्षो के लिए अपना लक्ष्य तय करना चाहिए. लोगों की उम्मीदें पूरी होनी चाहिए. देश के समाने आई चुनौतियों को लोगों के साथ मिलकर खत्म करना चाहिए’.

‘हमारा सिद्धांत पंडित दीनदयाल का मानवतावाद’

पीएम ने कहा कि ‘हमारा सिद्धांत पंडित दीनदयाल उपाध्याय का अभिन्न मानवतावाद है. हमारा मंत्र ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’ और सबका प्रयास है’. मोदी ने राजस्थान में पूर्व की कांग्रेस सरकार पर तंज करते हुए कहा कि उनकी कोई भी जवाबदेही नहीं रही और जनता ने भी उनसे कोई उम्मीद नहीं की थी. उन्होंने कहा, ”वर्ष 2014 के बाद भाजपा देश को निराशा के दौर से बाहर लेकर आई. देश की जनता अब परिणाम को अपनी नजरों के सामने देखना चाहती है. मैं इसे राजनीतिक लाभ और हानि से परे बहुत ही सकारात्मक परिवर्तन मानता हूं. लोगों की उम्मीदें जब बढ़ जाती हैं, तब सरकार के लिए काम करना जरूरी हो जाता है’.

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