सुदीप उपाध्याय बलरामपुर: चांदो पुलिस को नक्सल मामले में बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने पूर्व नक्सली जोनल कमांडर और सहयोगी को गिरफ्तार किया है. सभी पर सरपंच से पैसा मांगने और धमकी देने का आरोप है. पुलिस ने इसके पहले चार नक्सली सहयोगियों को गिरफ्तार किया है. बलरामपुर पुलिस अधीक्षक ने प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी है.

बलरामपुर पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बताया कि पूर्व नक्सली जोनल कमांडर पुलिस के हत्थे चढ़ा है. नक्सलियों ने खजुरियाडीह सरपंच संगीता पैकरा से 10 लाख रुपये की मांग की थी. नक्सलियों ने 2-3 फरवरी की दरमियानी रात अज्ञात व्यक्तियों से धमकी दिलाई थी. अज्ञात लोगों ने सरपंच से कहा था कि जोनल कमेटी कामरेड ने 3 दिन के भीतर 10 लाख रुपये की मांग की है.

साइबर सेल की मदद से धरा गया नक्सल सहयोगी
पुलिस ने बताया कि सरपंच ने नक्सल सहयोगियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस सतर्क हो गई. पुलिस नक्सल सहयोगियों की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. इसी बीच मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली. पुलिस ने साइबर सेल की मदद से नक्सली सहयोगी को धर दबोचा.

पूर्व जोनल कमांडर के पास से 8 नक्सली पर्चे बरामद
आरोपी प्रवीण खेस उर्फ बिनय उर्फ नेपाली पूर्व नक्सली जोनल कमांडर था. लखनपुर क्षेत्र के मैनपाट में नक्सल सहयोगी बनकर काम करता था. उपनिरीक्षक टिकेश्वर यादव ने बताया कि झारखंड के गढ़वा जिला का रहने वाला है. पूर्व जोनल कमांडर के पास से 8 नक्सली पर्चे मिले हैं. सभी पर्चे कोयल संघ जोनल कमेटी के हैं. आरोपी के साथ सहयोगी संजय लोहार को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके पहले भी नक्सल सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है.

ताबाड़तोड़ कार्रवाई से नक्सलियों में घबराहट
चांदो पुलिस की ताबाड़तोड़ कार्रवाई से नक्सलियों में घबराहट है. पुलिस की कार्रवाई से लाल आतंक को खासा झटका लगा है. कार्रवाई में चांदो थाना प्रभारी अनुरंजन लकरा, सहायक उपनिरीक्षक टिकेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक शिपक रंजन शर्मा, श्याम लाल भगत, आरक्षक राजेश लकड़ा, ज्ञानेश्वर राजवाड़े, राजकिशोर पैकरा समेत अन्य पुलिसकर्मियों का योगदान रहा है.