अमृतसर. पहलगाम आतंकी हमले के बाद पंजाब के बठिंडा कैंट से पुलिस ने एक मोची सुनील कुमार को गिरफ्तार किया है। उस पर देश की गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप है। सोमवार रात को कैंट पुलिस स्टेशन में BNS की धारा 152 (देशद्रोह) के तहत FIR दर्ज की गई, इस मामले में कई नए अपडेट सामने आए हैं। मोची एक नहीं बल्कि दो मोबाइल नंबर चलाता था, उसने पाकिस्तानी लोगों से पैसे की मांग भी की थी।

पुलिस ने आर्मी कैप्टन प्रशांत की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर किया था। सुनील पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के संपर्क में था, जो उसके मोबाइल फोन की जांच से पता चला है। आरोपी ने 9 मई से 13 जून, 2023 के बीच पाकिस्तानी एजेंट से संपर्क किया था। उसने दो मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया। FIR 0063 में पुलिस ने पैसे मांगने की भी जानकारी दी है। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।

जांच के लिए विशेष बोर्ड गठित

इस मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का एक विशेष बोर्ड बनाया गया है। पुलिस फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। साथ ही, इस मामले से जुड़ी अन्य जानकारी भी जुटाई जा रही है।

हनी ट्रैप जैसी संदिग्ध गतिविधियां

बठिंडा के SP (सिटी) नरिंदर सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर खबरें चल रही हैं कि बठिंडा पुलिस ने एक जासूस को पकड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कैंट पुलिस स्टेशन से जानकारी मिली थी कि सुनील कुमार के फोन में हनी ट्रैप जैसी संदिग्ध गतिविधियां पाई गई हैं। सुनील पिछले 7-8 सालों से कैंट में मोची का काम कर रहा है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और इसकी पुष्टि की जा रही है।

जासूसी का मामला अभी स्पष्ट नहीं

नरिंदर सिंह ने कहा कि इस स्तर पर तथ्यों के आधार पर जासूसी का मामला अभी सामने नहीं आया है। सुनील ने कौन-सी जानकारी साझा की, यह उसके मोबाइल की फोरेंसिक जांच से पता चलेगा। सभी तथ्य सामने आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।


लड़की बनकर की बातचीत


पाकिस्तान से संबंध के सवाल पर SP ने बताया कि मोबाइल पर साइबर धोखाधड़ी की कई कॉल्स आती हैं। आरोपी के साथ किसी ने लड़की बनकर बात की थी। हो सकता है कि वह लड़की भी न हो। सुनील उससे भावनात्मक रूप से जुड़ गया और फिर बातचीत शुरू हो गई।