पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा। पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. चार इनामी नक्सली समेत 28 नक्सलियों ने जवानों के सामने सरेंडर किया है. इन सभी नक्सलियों ने कटेकल्याण थाना क्षेत्र के चिकपाल कैम्प में पूर्व समर्पित नक्सली राजू मिडकोम के प्रभाव से समाज की मुख्यधारा में जुड़ने सरेंडर किया है. ये नक्सली कई बड़ी नक्सल वारदातों में शामिल थे.

ये हैं सरेंडर नक्सली

आत्मसमर्पित नक्सलियों में 26 नम्बर प्लाटून सदस्य मंगलू 2 लाख का इनामी, बामन कवासी कटेकल्याण LOS सदस्य 1 लाख इनामी, हांदा LGS सदस्य 1 लाख इनामी, पोडियामी गंगी CNM कमांडर 1 लाख इनामी, सन्नू मरकाम, भीमा कुड़ामी, हांदो कुडामी, रोसोल माडवी, जोगा कवासी, बुधरा माडवी, आयता मडकामी, आयतू मडकामी, हडमा सोढ़ी, मादे कुहराम, बामन मरकाम, लक्खो कुडामी, लखमा मुचाकी, हुंगा मुचाकी, सुकड़ा मुचाकी, गागरू मरकाम, सुकड़ा मड़कामी, हडमा कवासी, लच्छू कोवासी, बामन मरकाम, बुधराम कोवासी, हिड़मा मड़काम, सुकड़ा कोवासी, महादेव पोडियाम जनमिलिशिया सदस्य शामिल है.

राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने और शांति पर्ण तरीके से जीवन निर्वहन करने के लिए एसपी समेत कई पुलिसकर्मियों के सामने सरेंडर किया है. दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने सभी को 10-10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी.

इन घटनाओं में थे शामिल

आत्मसमर्पित जनमिलिशिया सदस्यों द्वारा माओवादियों के गांव में आने के दौरान भोजन व्यवस्था करना, संत्री ड्यूटी कर पुलिस पार्टी के गश्त में जाने पर इसकी सूचना देना, फटाखा फोड़कर माओवादियों तक पहुंचाना, पुलिस पार्टियों को नुकसान पहुंचाने के लिये स्पाईक, प्रेशर बम लगाना एवं दैनिक उपयोगी सामाग्रियों की व्यवस्था करने का काम था.