शशी देवांगन,राजनांदगांव. पुलिस ने यहां लाखों कि ठगी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडफोड़ किया है. बताया जा रहा है कि ये गिरोह पूजा पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों के नाम पर लोगों से ऑनलाइन ठगी करते थे और प्राप्त पैसों से मजे किए करते थे.

पुलिस ने बताया है कि गिरोह दिल्ली से रहकर लोगों को से ठगी किया करता था. इसी के तहत गिरोह ने डोंगरगांव के भी एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया था. जब डोंगरगांव के रहने वाले राकेश कुमार के फोन पर मैसेज आया कि यदि आप अपने व्यपार में किसी तरह कि परेशानी महसूस कर रहे हैं,या उसे बेहतर बनाना चाहते हैं तो यह काम वैदिक ब्राम्हणों द्वारा समाधान किया जाता है. जिसके बाद पीड़ित ने उस नंबर पर संपर्क कर उसके झांसे में आ गया और नंबर प्राप्त बैंक खातों में पीडित ने ने 22 लाख रुपए जमा करा दिए,लेकिन समय गुजर जाने के बाद भी जब राकेश को कोई जवाब नहीं मिला इस बात से परेशान होकर उसने इसकी रिपोर्ट डोंगरगांव थाने में दर्ज कराई.

मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कि और दिल्ली से गिरोह के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि ये चारों फर्जी तरीके काल सेंटर चलाया करते थे और लोगों को दिव्यलोकन करने,काला जादू करने, व्यापार में वृध्दि करने, पूजा पाठ करने के नाम पर ठगा करते थे और प्राप्त पैसों से मजे किए करते थे. इन्होंने ना केवल छत्तीसगढ़ बल्कि अन्य राज्यों के लोगों के साथ भी धोखाधड़ी की है. पुलिस ने इनके पास से कंप्यूटर,लेंडलाईन फोन , एक कार सहित भारी मात्रा में सामान बरामद किया है. पुलिस ने आरोपियों का नाम रविश कुमार सिंह,अभिषेक,धनंनजय,सुधीर बताया है जो बिहार के रहने वाले हैं. फिलाहाल पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आगे की पूछताछ में जुटी है.