विप्लव गुप्ता, पेण्ड्रा। पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के अभिनव प्रयासों से पुलिस अधीक्षक कार्यालय जीपीएम में पुलिस की पाठशाला पुस्तकालय बमुश्किल 2 सप्ताह पूर्व प्रारंभ हुआ है. पुस्तकालय खुलने की इतनी अल्प अवधि में ही सदस्य संख्या 100 के पार होकर 109 पहुंच चुकी है. पुलिस की पाठशाला पुस्तकालय में पुस्तक वाचन हेतु सदस्यता अनिवार्य है, जो कि एससी-एसटी, निःशक्त और बीपीएल और दिव्यांग बच्चों के लिए निःशुल्क है.

पुलिस की पाठशाला की मुख्य विशेषता यह है कि देश मे होने वाले किसी भी प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित लगभग सभी प्रकार के पुस्तक उपलब्ध है. पुस्तकालय खुलने का समय सोमवार से शुक्रवार 10:30 से 5:30 तक का है, शासकीय अवकाश एवं शनिवार, रविवार को पुस्तकालय बंद रहता है. पुस्तकालय से संबंधित किसी भी क्वेरी के लिए रिसेप्शन से शंका समाधान किया जा सकता है.

पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने कहा है कि बुक बैंक के खुलने से जिले के बच्चे जिन प्रतियोगी परीक्षाओं में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, वह यूपीएससी, सीजीपीएससी, एसएससी, एनडीए, सीडीएस, पीओ एवं रेलवे भर्ती बोर्ड परीक्षा से सम्बंधित है. पुस्कालय के खुलने से बच्चों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में काफी मदद मिलेगी, निश्चित ही उनके परिणाम बेहतर आएंगे.

कोशिश की जा रही है कि समसामयिकी के ताजातरीन पत्रिकाएं यहां पर उपलब्ध हो सके, जिससे वर्तमान परिवेश के संबंध में भी बच्चों की जानकारी अपडेट रहे. आने वाले समय में स्कूल कॉलेज धीरे-धीरे खुल रहे हैं निश्चित ही छात्र, छात्राओं की संख्या लगातार बढ़ेगी और ज्यादा से ज्यादा बालक बालिका इस “पुलिस की पाठशाला” का फायदा लेंगे और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर जिले का नाम रौशन करेंगे.

पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि पुस्तकालय की लोकप्रियता को देखते हुए पुलिस की पाठशाला में ही बहुत जल्दी कैरियर काउंसलिंग डेस्क की स्थापना की जाएगी और 10 वीं, 12वीं , ग्रेजुएशन और पीजी के बच्चों का जो करियर का निर्णय करने में जो असमंजस की स्थिति बनती है, उसे काउंसलिंग कर दूर किया जाएगा.