चंडीगढ़. राज्य में निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण लोक सभा चुनाव कराने को लेकर पंजाब पुलिस ने बुधवार को राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में नशा तस्करी से जुड़े स्थानों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में एक विशाल राज्य स्तरीय घेराबन्दी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाया. यह अभियान डीजीपी गौरव यादव के दिशा-निर्देशों पर सुबह 8 बजे से 11 बजे तक राज्य भर में एक ही समय चलाया गया.

स्पेशल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला ने बताया कि सभी पुलिस कमिश्नर और एसएसपी से कहा गया था कि वह ड्रग हॉटस्पॉट्स मसलन उनके जिलों में नशा तस्करी और नशीले पदार्थों की बिक्री के स्थानों या नशा तस्करों के लिए पनाहगाह की पहचान करके इस कार्रवाई की सावधानी से योजना बनाएं. यह ऑपरेशनी बैंक के अधिकारी की निगरानी अधीन भारी पुलिस फोर्स की तैनाती के साथ करवाया गया.

उन्होंने कहा कि यह भी हिदायत की गई थी कि वह एनडीपीएस मामलों के अंतर्गत नामजद और जमानत पर बरी हो चुके सभी व्यक्तियों की बारीकी से तलाशी लें, उन्होंने कहा इस तरह के बड़े स्तर के तलाशी अभियान न केवल समाज विरोधी तत्वों में डर पैदा करने में मदद करते हैं, बल्कि लोगों का विश्वास बढ़ाते हैं और क्षेत्र में पुलिस की मौजदगीबाट को भी बढ़ाते हैं.

स्पेशल डीजीपी ने बताया कि 3000 से अधिक पुलिस कर्मियों की संख्या वाली 500 से अधिक पुलिस टीमों ने नशों के 246 हॉटस्पॉट्स की घेराबन्दी की और एनडीपीएस के अंतर्गत नामजद और ज़मानत पर बरी हुए 864 व्यक्तियों की जांच भी की गई.

आप्रेशन के दौरान, पुलिस ने 31 एफआईआर दर्ज की और 22 व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के अलावा, एक भगौड़े (पीओ) को भी हिरासत में लिया. इस सम्बन्धी नतीजे साझे करते हुए स्पैशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीमों ने 2.95 किलोग्राम हैरोइन, 36000 रुपए की ड्रग मनी, 100 ग्राम अफीम, 21.5 किलो भुक्की और बड़ी मात्रा मे लाहन, और अवैध शराब के अलावा गोला- समेत टोपिस्तौलें भी बरामद की हैं.