नितिन नामदेव, रायपुर। चौथी वाहिनी छग सशस्त्र बल परिसर में सोमवार को पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया गया. राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अलावा तमाम वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शहीद 11 पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. यह अवसर शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों के साथ-साथ कार्यक्रम में मौजूद लोगों के लिए एक भावुक क्षण था. इसे भी पढ़ें : पांच दिन से लापता पंडो की जंगल में मिली लाश, पुलिस को गुमराह करने साथी पंडो ने बताई थी अलग कहानी…

कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पुलिस स्मृति दिवस पर अमर शहीदों की अमर कथा को सुनने का दिन है. अगली पीढ़ी तक उनके शौर्य को पहुंचाने का दिन है.

उन्होंने कहा कि विकास के रास्ते में नक्सलवाद एक बड़ा अवरोध है. सुरक्षाबल के जवान नक्सलवाद का मुकाबला कर रहे हैं, उसे पीछे धकेल रहे हैं. छत्तीसगढ़ में आने वाले दो वर्षों के भीतर नक्सल उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है. जवानों के कौशल से इस लक्ष्य की प्राप्ति होगी.

इस अवसर पर मौजूद डीजीपी अशोक जुनेजा ने बताया कि एक सितंबर से 31 अगस्त तक 157 नक्सलियों को मार गिराया गया है. इस दौरान 11 जवानों को वीर गति प्राप्त हुई. इसके साथ उन्होंने भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ पुलिस सबके साथ खड़ी है.

इन जवानों की शहादत को किया सलाम

कार्यक्रम के दौरान शहीद कमलेश कुमार साहू, अरविंद एक्का, राम आशीष यादव, रमेश कोरेटी, जोगराज कर्मा, तिजऊ राम भूआर्य, चमरू तेलम, नितेश एक्का, भरत लाल साहू, सत्येंद्र सिंह और सोढ़ी लक्ष्मण को श्रद्धांजलि अर्पित की गई.