पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद : गरियाबंद जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच आज मुठभेड़ हुई, जिसमें दो जवान शहीद हो गए हैं.घटना आमामोरा के इलाके की है, जहां पुलिस पार्टी सर्चिंग के लिए निकले हुए थे.आपको बता दें कि ये वहीं आमामोरा है, जहां 2011 में नक्सिलयों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया था.उस दौरान एएसपी राजेश समेत 9 जवान घटना में शहीद हुए थे.

दरअसल जिले के नवनियुक्त कलेक्टर श्याम धावड़े ने अति उत्साह में ईलाके की भौगोलिक स्थित को समझे बगैर धूर बीहड ईलाके में जनसमस्या निवारण शिविर लगाने का फैसला कर लिया.जिसके तहत कल यहां कल 3 मई को जिला स्तरीय जनसमस्या शिविर का आयोजन होना था.इसी शिविर के सुरक्षा व्यवस्था के लिये आज पुलिस पार्टी सर्चिंग के लिए निकली थी.तभी यह हादसा हुआ.हादसे के बाद एसपी एमएस आहिरे का बयान और चौकाने वाला है.अहिरे ने कहा कि यदि यह घटना कल घटती तो यहां बड़ी घटना हो सकती थी.

गौरतलब है कि प्रदेश समेत दूसरे राज्यों में नक्सलियों के मारे जाने की खबर से नक्सली बौखलाए हुए हैं.इसलिए जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि आमामोरा में कलेक्टर जनकल्याण शिविर का आयोजन कर रहे हैं.वैसे ही उन्होंने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए जगह-जगह आईडी बम लगा दिए.परिणाम यह हुआ कि इसकी चपेट में 2 जवान आ गए और उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी.हालांकि पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है.लेकिन अब तक इस बात के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं.

शहीद जवान का नाम भोजराम है जो गरियाबंद के देवभोग विकासखण्ड के करचिया का रहने वाला है.वहीं दूसरा जवान का नाम लेखराज है जो कांकेर जिले के डोडकाबाडी गांव का रहने वाला है.