जालंधर. किसानों के पंजाब बंद का व्यापक असर दिखाई दे रहा है। जालंधर में किसानों ने जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे को बंद कर दिया है। किसानों ने साफ कर दिया है कि केवल आपातकालीन सेवाएं ही चलेंगी। बंद के दौरान किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा खुद सड़कों पर उतरे हैं।
पुलिस कमिश्नर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनकी टीम पूरी तरह तैयार है।

रेलवे विभाग के साथ बातचीत हो चुकी है और नेशनल हाईवे पर आपातकालीन सेवाओं के लिए सर्विस लेन खुली रखी गई है। किसी भी मरीज या अन्य आपातकालीन जरूरतों के लिए वॉलंटियर तैनात किए गए हैं, ताकि जरूरी सेवाएं बाधित न हों।


बसें बंद, लोग परेशान


किसानों के बंद के आह्वान के कारण बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ यात्री बस स्टैंड पहुंचे, लेकिन बसों के न चलने की जानकारी मिलने पर वे परेशान नजर आए। वीडियो में देखा जा सकता है कि सुबह से ही बस स्टैंड पर बसों की संख्या कम है और सरकारी बसें डिपो में खड़ी हैं।

सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बंद का आह्वान
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने अपनी मांगों के समर्थन में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बंद का आह्वान किया है। किसान नेता सर्वन सिंह पंधेर ने कहा कि उन्हें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। दुकानें और व्यापारिक संस्थान बंद हैं। रेल और बस सेवाएं भी प्रभावित हैं। बस सेवाएं सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बंद रहने की घोषणा की गई थी। किसानों और दूध विक्रेताओं ने बंद के समर्थन में सब्जियों और दूध की आपूर्ति भी रोकने का फैसला किया है।


शिरोमणि कमेटी का समर्थन


शिरोमणि कमेटी ने भी किसानों की हड़ताल के समर्थन में अपने कार्यालयों और संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की है। किसान नेताओं ने लोगों से खनौरी और शंभू बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है।
किसान नेता पंधेर ने कहा कि पिछले 34 दिनों में उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के जजों को पत्र भेजे जा चुके हैं, लेकिन किसी ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया और न ही बातचीत के लिए कोई प्रयास किया।