शैलेंद्र पाठक,बिलासपुर– छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में गुड़ाखू के प्रति कैसी दीवानगी है,इसकी एक बानगी बिलासपुर के हेमू नगर में देखने को मिली। यहां पर एक महिला द्वारा मुफ्त में गुड़ाखू बांटने की सूचना मिलने पर महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी और महिलाओं ने गुड़ाखू पाने के लिए धक्का-मुक्की शुरू कर दिया । सूचना मिलने पर तोरवा पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और लॉकडाउन उल्लंघन के आरोप में गुड़ाखू बांटने वाली महिला बेबी खान सहित 8 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में गुड़ाखू नशे का प्रमुख साधन माना जाता है और लॉक डाउन के कारण गुड़ाखू की बेहद कमी हो गई है। गली मोहल्लों के दुकानों में बिकने वाला गुड़ाखू अब बाजार से गायब हो गया है, यही कारण है कि गुड़ाखू के नशे के आदी हो चुके लोग गुड़ाखू के लिए बेताब हो चले हैं। इसी बेताबी के चलते बिलासपुर के हेमू नगर में यह घटना सामने आई।

तोरवा पुलिस के मुताबिक हेमू नगर में बेबी खान नाम की महिला के पास काफी मात्रा में गुड़ाखू का भंडार था और उसने आसपास के लोगों को फ्री में गुड़ाखू देना शुरू कर दिया। इस बात की जानकारी मिलने पर पूरे मोहल्ले की महिलाओं का हुजूम बेबी खान के घर उमड़ पड़ा । गुड़ाखू पाने की चाहत में महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग को भूलकर धक्का-मुक्की करने लगी। इस दौरान लगातार भीड़ भी जमा होने लगी। ऐसी स्थिति में सूचना मिलने पर तोरवा पुलिस मौके पर पहुंची और उसने गुड़ाखू बांटने वाली महिला बेबी खान को हिरासत में लिया।

इस मामले में तोरवा पुलिस ने बेबी खान के साथ रानी यादव, मालती साहू, चंद्रिका जांगड़े, माया माधवानी, विमला यादव, शालिनी निषाद और कचरा बाई के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। साथ ही बेबी खान के घर से 12 पैकेट गुड़ाखू की डिबिया जप्त किया गया है।