रोहित कश्यप, मुंगेली। फिल्मी स्टाइल में बुजुर्ग दंपती पर जानलेवा हमला कर 5 लाख रुपये की लूट के मामले में जब खुलासा हुआ तब एक पल के लिए पुलिस भी चौंक गई. दरअसल, इस वारदात को अंजाम देने वाले मामले का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि बुजुर्ग दंपती के पड़ोस में रहने वाला युवक ही था, जिसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया था. इस जानलेवा हमले में जहां बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, तो वही उनकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी.

पूरा मामला 9 अक्टूबर का है, जब सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के रामगढ़ में देर रात 1 बजे आरोपियों ने लूट और हत्या की नीयत से प्रार्थी लक्ष्मण साहू के घर में धमक दी. फिल्मी स्टाइल में सबसे घर की बिजली कनेक्शन काट दिया, लाइट गुल होने के बाद लक्ष्मण साहू जैसे ही घर से बाहर निकला घात लगाकर बैठे आरोपियों ने उस पर चढ़ाई करते हुए उसका गला दबा दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर गया. आरोपियों ने  उसे मृत समझ कर छोड़ दिया. बुजुर्ग की चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी पत्नी खोरबहरीन साहू बाहर निकली, तो उसको भी पकड़कर गला  दबा दिया, जिसमें उसकी जान चली गई. आरोपियों ने इसके बाद घर के पेटी में रखे 5 लाख रुपए लूट कर भाग गए.

लूट और हत्या के इस वारदात से जहाँ आसपास में सनसनी फैल गई, वही पुलिस-प्रशासन में भी हड़कम्प मचा गया. एसपी अरविंद कुजूर के निर्देशन और एडिश्नल एसपी कमलेश्वर चन्देल व एसडीओपी तेजराम पटेल के मार्गदर्शन में बनी पुलिस टीम ने सायबर सेल की मदद से सुराग मिलने पर वारदात के मास्टरमाइंड मृतका के पड़ोसी उमेश विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, जिसमें उसने अपने तीन अन्य साथी टेकराम, अनिल और कलेश्वर के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की बात कबूल की. मूलतः लालपुर थाना क्षेत्र के जैतपुरी गांव के रहने वाला उमेश कुछ दिनों से रामगढ़ में किराए के मकान में रह रहा था, जिसका मृतक के घर में आना-जाना लगा रहता था. उसे पता था कि लक्ष्मण साहू ने 45 लाख रुपये की शहर में जमीन बेची है, जिसमें से 5 लाख रुपए नगद घर में रखा हुआ है.

एसपी अरविंद कुजूर ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड के लिए न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि लूट के 5 लाख रकम में से मास्टरमाइंड ने 20-20 हजार रुपए अपने साथियों को दिया था, वहीं 40 हजार रुपए वह जुआ में हार चुका था. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4,60,000 रुपए बरामद किया है. अंधे कत्ल की इस गुत्थी को सप्ताह भर के अंदर ही सुलझा लेने में टीम प्रभारी एसडीओपी तेजराम पटेल व थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह सहित पूरे टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा.