सुशील खरे, रतलाम। लॅाकडाउन के दौरान रतलाम के आलोट थाना क्षेत्र के एक गांव में रामलीला का मंचन रोकने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया. इस पथराव में जहां 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने भी पुलिस वाहन पर तोडफ़ोड़ कर दी. पुलिस ने इस मामले में 15 ग्रामीणों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है.

रात में गांव में रामलीला चल रही थी
जानकारी के अनुसार डायल 100 पर पुलिस को सूचना मिली थी कि बरडिय़ा राठौड़ गांव में बुधवार की रात रामलीला चल रही है. कार्यक्रम में करीब 200 से 300 लोग उपस्थित थे. मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को रामलीला बंद करने कहा, तो ग्रामीणों ने रामलीला भी बंद कर दी. इस दौरान गांव की लाइट बंद करने की बात पर करीब 30 से 40 गांव ग्रामीणों ने पुलिस वाहन पर पथराव कर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. जिसमें डायल 100 के सहायक उप निरीक्षक आरसी गौड़, आरक्षक विक्रम चौधरी एवं चालक अशोक चौहान घायल हो गए.

15 ग्रामीणों के खिलाफ नामजद जुर्म
पथराव की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी दीपक शेजवार, एसडीओपी सहित 50 से अधिक पुलिसकर्मी गांव पहुंचे और ग्रामीणों को मौके से हटाया. पुलिस ने 15 लोगों पर नामजद सहित अन्य 50 लोगों पर प्रकरण दर्ज कर दिया है.

ग्रामीणों का आरोप, पुलिस ने महिलाओं से की अभद्रता
ग्रामीणों ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी बच्चों द्वारा रामलीला का मंचन कर मंदिर में हवन कर रहे थे. महिलाएं भजन कीर्तन कर रही थी. पुलिस ने मना किया तो कार्यक्रम बंद कर दिया. बाद में एक पुलिस कर्मी ने महिलाओं के साथ मारपीट और अभद्रता कर दी. इससे मामला बिगड़ गया. गाड़ियां भरकर पुलिस आई और लोगों के घरों के बाहर खड़े वाहनों पर तोडफोड़ कर दी. दिलीप सिंह के मकान सहित फ्रीज, कूलर, और पंखे भी तोड़ दिए. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत नहीं की है. ग्रामीणों में अब भी दहशत का माहौल है.