कुमार इन्दर, जबलपुर। मध्य प्रदेश में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में आरोपी सरबजीत सिंह मोखा पर प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. अब मोखा के सरकारी जमीन के फर्जीवाड़े की पुलिस जांच करेगी. आरोपी ने 30 हजार वर्गफुट सरकारी जमीन पर 70 करोड़ रूपए की लागत से अपार्टमेंट बनाया है.
बता दें कि सिटी अस्पताल का संचालक एवं नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का आरोपी सरबजीत सिंह मोखा ने शहर के आगा चौक के पास अमृत हाइट्स बिल्डिंग बनाई है. जानकारी के मुताबिक 30 हजार वर्गफुट के जमीन पर बनी बिल्डिंग सरकारी जमीन बताई जा रही है, जिसे मोखा ने फर्जीवाड़े तरीके कब्जा करके बनाया है. जिसकी अब पुलिस जांच करेगी. साथ ही गलत तरीके से बने नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज की भी जांच होगी.
सरकारी जमीन के अवैध निर्माण पर होगी कार्रवाई
वहीं बीते साल सरकारी जमीन का नामांतरण तहसीलदार प्रदीप मिश्रा ने निरस्त कर दिया था. जिसके बाद उनका तबादला भी हो गया था. हालांकि अब यह मामला कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मुताबिक अब फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.
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दो और नकली इंजेक्शन बरामद
दूसरी तरफ सूत्रों के हवाले से ये भी खबर है कि बुधवार को फिर आरोपी मोखा के प्लाट से दो नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन जब्त हुए हैं. जिसकी जानकारी पुलिस रिमांड में आरोपी देवेश चौरसिया ने दी. मोखा के प्लाट से तोड़ी हुई नकली इंजेक्शन शीशियां जब्त हुई हैं.
मैनेजर और पत्नी से बड़े खुलासे होने की आशंका
सिटी अस्पताल के मैजेनजर सोनिया और मोखा की पत्नी जसमीत की रिमांड खत्म होने के बाद बड़े खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है. बुधवार को इन दोनों की रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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