अमृतांशी जोशी, भोपाल। संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट पर (Union Budget presented by Finance Minister Nirmala Sitharaman in Parliament)एमपी में सियासत हो गई है। केंद्रीय बजट को लेकर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh chouhan) ने जहां बीजेपी मुख्यालय (BJP headquarters) में प्रेस कॉन्फ्रेस (press conference) कर बजट की खूबियां बताई है। वहीं कांग्रेस ने बजट को निराशाजनक कहा है।
सीएम शिवराज ने कहा कि ये गौरवशाली भारत का बजट है। बजट गांव, गरीब, किसान, आदिवासी, दलित हो दिव्यांग माताओं बहनों ऐसे लोगों को सशक्त बनाने वाले बजट है। हर जगह से विकास हो, डिजिटल का इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो ऐसा बजट है। देश के हर राज्य को छुने वाला सर्वव्यापी बजट है। बीजेपी ने समानता वाला बजट दिया है। ईज ऑफ लिविंग को बढ़ाने वाला है। ये तेज गति से देश को विकास की राह दिखाने वाला बजट है। प्रोत्साहन प्रदान करना और आर्थिक स्थिरता को मजबूत करना है। सात सप्तऋषि बजट की प्राथमिकता है। ये केवल 23-24 का बजट नहीं है। अर्थव्यवस्था की नींव मज़बूत रखने वाला बजट है। नौकरी पेशा सहित जिनकी आय सात लाख तक है उनकी आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
भारत को श्रीअन्न का ग्लोबल चेहरा बनाने के लिए पीएम कटिबद्ध है। विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सरकार गंभीर है। 15 हजार करोड़ का कोष बनाया गया है। पशुपालन डेयरी और मत्स्य पालन पर भी ध्यान दिया गया है। युवाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए पीएम कौशल विकास एक बड़ा योगदान है। महिला सम्मान विकास पत्र जारी करने का फैसला स्वागत योग्य है। 23-24 का आम बजट ग्रीन ग्रोथ के लक्ष्य पर आधारित है। रेल बजट दो लाख 40 हजार करोड़ का किया है। गरीबों के लिए पीएम आवास योजना का बजट बढ़ा है जिससे हर गरीब को छत नसीब होगी।
एमपी के लिए खास
एमपी में केन बेतवा के लिए आवंटन है। अलग अलग योजना लांच हो रही है उसका लाभ एमपी को मिलेगा। एमएसएमई के विकास में जो राशि दी जाएगी वो काम आएगा।
Read More: जयवर्धन सिंह को मिली बड़ी जिम्मेदारी: कांग्रेस कमेटी की राजनीतिक मामलों की समिति में किया गया शामिल
केंद्रीय बजट को पूर्व मंत्री पीसी ने पुरानी बोतल में नयी शराब बताया है। कहा कि- मोदी सरकार का आखिरी बजट सिर्फ एक बार ही पुरानी बोतल में नई शराब जैसा है, जिसमें नौ जवान, किसान, आदिवासी, दलित किसी को कोई फायदा नहीं है। इस बजट से महंगाई और बेरोजगारी बढ़ेगी। लगातार पूरे देश में मध्यप्रदेश में बात कही जा रही है कि महंगाई कम होनी चाहिए और भी डीजल पेट्रोल के भाव कम होने चाहिए। अगर पेट्रोल और डीजल के भाव कम होते तो महिलाओं की रसोई से मदद मिलती है। डीजल के भाव कम होते है तो किसान को इससे लाभ होता। गरीबों की कोई आमदनी नहीं हो पाएगी इसलिए वो दिककत में रहेंगे।
सीएम ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि बजट पर विपक्ष के बयान हताशा ग्रसित है। कांग्रेस को कुछ ना कुछ तो कहना है। कोई नई बोतल में नई शराब कोई पुरानी बोतल में नई शराब इस तरीके के जुमले बोल रहे है। अब वो तो कहते ही रहेंगे इसमें क्या ही कर सकते है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक