लक्षिका साहू, रायपुर. छत्तीसगढ़ में खाद की कमी से किसान परेशान हैं. इस मामले में पूर्व कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि सुशासन की सरकार में किसान हित पर सोचने वाला कोई नेता नहीं है इसलिए खाद और DAP की कमी से जूझ रहे किसान अब आंदोलन करने की तैयारी में है.
मीडिया से चर्चा के दौरान रवींद्र चौबे ने बीजेपी की साय सरकार को जमकर घेरा. उन्होंने प्रदेश में DAP और खाद की कमी से परेशान किसानों के संकट के लिए सरकार में बैठे नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि नेता ये तय ही नहीं कर पाये कि कब बैठक कर व्यवस्था करनी है. आज तक किसानों को DAP एडवांस में उपलब्ध नहीं कराया गया है, लेकिन आज DAP की कलाबाजारी चल रही है. समय रहते किसानों को यदि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं कराई गई तो खरीफ फसलों को भारी नुकसान झेलना होगा.

पूर्व कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने कहा, सरकार को खरीफ की तैयारी पहले से करनी थी. मार्कफेड द्वारा फर्टिलाइजर कंपनी को पहले से ऑर्डर दिया जाता है, लेकिन सरकार के नेताओं को यही नहीं पता कि कब बैठक करनी है. पहली बार ऐसा हो रहा है कि बिना डीएपी किसानों ने धान की बोआई की है.
चौबे ने कहा, किसान मौसम पर आधारित खेती करते हैं. इसका काम 60 से 65 % हो चुका है. सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि कब खाद का आर्डर देना था. बीजेपी के सुशासन की सरकार में किसानों के बारे में सोचना वाला कोई नेता नहीं है. यदि सही समय पर खाद और DAP उपलब्ध नहीं कराया गया तो खरीफ फसलों को भारी नुकसान होगा.
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