शब्बीर अहमद,भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा प्रदेश के पुलिस अधीक्षकों को लिखे पत्र पर मध्यप्रदेश में सियासी बवाल मच गया है। उनके पत्र को लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने जमकर निशाना साधा है। मंत्री सारंग ने कहा है कि ये दादागिरी और धमकी वही दे सकता है जिसके दामन पर 1984 सिख दंगे के दाग हो। कमलनाथ ने हमेशा दादागिरी की राजनीति की है। इस तरह की बातों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है। पत्र कमलनाथ की कुंठा और भय को प्रदर्शित करता है। पत्र कमलनाथ की प्रेशर पॉलिटिक्स को इंगित करता है।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सत्ता के दबाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज ना करें। दबाव में गैरकानूनी तरीके से कार्रवाई करने वाले अधीक्षकों के खिलाफ कोर्ट जाने की चेतावनी दी है। पत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है। पार्टी के सक्रिय और ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को जानबूझकर सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर परेशान किया जा रहा है।

पीसीसी चीफ कमलनाथ ने फिर धमकी दी है। कहा कि – 11 महीने बाद खुलासा हो जाएगा किसने क्या किया। पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखने पर कमलनाथ बोले- हर जिले से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने की जानकारी आ रही है। पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षकों को कानून का पालन करने के लिए चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी लिखने से बीजेपी को क्या दिक्कत है। बीजेपी को भी चिट्ठी लिखकर कहना चाहिए कानून का पालन करें।

कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर भी निशाना साधा है। बोले मुख्यमंत्री के लिए किसी चीज की कमी नहीं है। प्रदेश के हर जिले का किसान खाद के लिए भटक रहा है। सीएम के लिए प्रदेश में कोई बेरोजगार नहीं है।

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