कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनावों से ठीक छह महीने पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे है। पहले उन्होंने 500 रुपये में सिलेंडर और 1,500 रुपये हर माह देने की नारी सम्मान योजना के बाद अब उन्होंने बिजली बिलों में भी राहत की घोषणा की है। धार जिले के बदनावर में उन्होंने कहा कि 100 यूनिट माफ, 200 यूनिट पर बिल हाफ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश में 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ होंगे। इसी तरह 200 यूनिट तक बिजली बिल हाफ हो जाएंगे। हालांकि उनके इस बयान के बाद एक बार फिर प्रदेश की सियासत गरमा गई है।
मंत्री OPS भदोरिया बोले- बदले की आग में जल रहे कमलनाथ
वहीं इधर कमलनाथ के बिजली बिल को लेकर दिए बयान पर मंत्री ओपीएस भदौरिया ने कटाक्ष करते हुए कहा कि पूर्व सीएम बदले की आग में जल रहे है। यह जितनी भी घोषणा है, यह सभी चुनावी घोषणाएं मात्र है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मध्य प्रदेश का किसान कर्ज माफी के झूठे वादे में फंस गया था, किसान के ऊपर 750 करोड़ से ज्यादा का अतिरिक्त कर्ज चढ़ गया था। जिसे चुकाने का काम बीजेपी की सरकार ने किया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किया है। मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता, यहां का नौजवान और मध्य प्रदेश की बहने कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाली हैं। उन्होंने कांग्रेस का वह 13 महीने का दुर्भाग्यपूर्ण शासन भी देखा था, जितनी भी जनकल्याणकारी हितकारी योजना थी,कमलनाथ जी ने सब बंद कर दी थी। अब मध्य प्रदेश की जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है।
बता दें कि कमलनाथ ने धार जिले के बदनावर में सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का नौजवान आज रोजगार के लिए भटक रहा है। प्रदेश का अन्नदाता किसान खाद, बीज और फसलों के उचित मूल्य के लिए भटक रहा है। प्रदेश में चौपट राज चल रहा है। चौपट रोजगार, चौपट भर्ती व्यवस्था, चौपट शिक्षा व्यवस्था, चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था, चौपट नर्सिंग कॉलेज, चौपट उद्योग हैं। आज हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं चौपट हैं।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बयान पर मंत्री भदौरिया ने दिया ये जबाव
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री भदौरिया ने कहा कि राहुल भैया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है और कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के 13 महीने के कार्यकाल में जिस तरह से उनकी अवहेलना हुई यह सभी को पता है। उनको विंध्य क्षेत्र के साथ अपने विधानसभा क्षेत्र की चिंता करना चाहिए। जहां तक ग्वालियर चंबल अंचल की बात है तो सिंधिया जी के भाजपा में आने के बाद 7 से 14 होना इस बात का प्रमाण है कि इस क्षेत्र में सिंधिया जी लोकप्रिय हैं।
2018 में कांग्रेस की 26 सीटें आई थी वह सिंधिया जी की वजह से ही आई थी। इस बार इसके उलट होने वाला है BJP अंचल में 27 से 30 सीटें जीतने वाली है। निश्चित रूप से ऐसे लोगों का भ्रम है जो आने वाले चुनाव में टूट जाने वाला है। जब सिंधिया विहीन कॉंग्रेस हो चुकी है तो कांग्रेस को अपनी परंपरागत सीट बचाने के भी लाले पड़ जाएंगे। गौरतलब है कि बुधवार रात ग्वालियर पहुंचने पर अजय सिंह ने दिया था बयान। 2018 के विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से नहीं आई थी कांग्रेस की सीटें। किसी को गलतफहमी नहीं होना चाहिए कांग्रेस पार्टी औऱ उंस वक्त के हालात की वजह से सीटें आई थी। 2023 के विधानसभा चुनाव में 2018 से ज्यादा कांग्रेस सीटें आने का दावा भी अजय सिंह ने किया है।
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