रायपुर. विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान का समय यू तो 8 बजे से 5 बजे तक का है. लेकिन जिन 72 सीटों पर ये मतदान होने है इसमें से दो पोलिंग बूथ ऐसे है जहां मतदान सुबह 7 बजे से 3 बजे तक ही होना है.
ये दोनो मतदान केंद्र गरियाबंद जिले के बिंदरानवागढ़ के आमामोरा मतदान केंद्र क्रमांक 76 और मोड़ मतदान क्रमांक 77 ऐसे नक्सल प्रभावित मतदान केंद्र है, जिसे अतिसंवेदनशील बूथ घोषित किया गया है. यही कारण है कि चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के इस पोलिंग बूथ में वोटिंग जल्दी शुरु करवा शाम ढ़लने से पहले ही मतदान दल को सुरक्षित वहां से निकले इसलिए ये समय निर्धारित किया गया है.
मोड़ और आमामोरा मतदान केंद्र दुर्गम क्षेत्र हैं, जहां की16 किलोमीटर सड़क भी खराब हैं. प्रशासन के सामने मतदान दलों को यहां तक पहुंचाने की चुनौती होती है. इसी तरह मैनपुर ब्लाक के पहाड़ी पर बसे ताराझर के ग्रामीणों को वोट देने पहाड़ी से नीचे कुल्हाडीघाट आना पड़ता है. मतदाताओं को पगडंडी से होकर लगभग 15 किलोमीटर दूर वोट देने आना पड़ता है. मरदाकला के मतदान केंद्र में तो लगभग 6 से 7 आश्रित ग्राम के ग्रामीण वोट देने पहुंचेंगे. छोटे-छोटे गांव एवं कस्बे के ग्रामीणों को इस तरह के परेशानी का सामना करना पड़ता है. यही जानकारी है कि मतदान शुरु होने के लगभग 1 घंटे बाद भी यहां के वोटिंग की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है और न ही यहां की कोई भी तस्वीर सामने आई है.