ये कहावत तो आपने सुनी होगी, मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में उड़ान होती है. इसे सच कर दिखाया है सुनील कुमार दिवाकर ने.
सुनील ने बड़ी मुश्किलों से अपनी पढ़ाई की, आज वह यूपीपीसीएस 2018 की परीक्षा पास कर डेप्यु्टी एसपी बन गए हैं. सुनील कुमार किसी बड़े घराने से ताल्लुक नहीं रखते, सुनील का अब तक का जीवन गरीबी में ही गुजरा. उनके पिता कपड़े में प्रेस का काम करते हैं. लेकिन आज बेटे की इस उपलब्धि से पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है.
कौशांबी जिले के छोटे से गांव शेरगढ़ के रहने वाले सुनील कुमार दिवाकर के पिता सुख लाल की मुम्बई में एक छोटी प्रेस की दुकान है. इसी दुकान से होने वाली कमाई से किसी तरह से सुनील और उसके परिवार के सदस्यों का अब तक गुजारा होता आया है. उसकी मां गृहणी हैं. दो भाई और एक बहन तीनों ही सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे हैं,
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक सुनील बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहे. सुनील ने शेरगढ़ के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आठवीं तक की पढ़ाई की. इनकी सफलता पर स्कूल के टीचर बेहद खुश हैं. वह कहते हैं सुनील बचपन से ही पढ़ाई में बेहद अव्वल रहा. हमें लगता था कि वह बहुत ऊंचा मुकाम हासिल करेगा. सुनील हमारी उम्मीदों पर बिल्कुल खरा उतरा. सुनील ने कौशांबी से ही हाईस्कूल एवं इंटर पास किया. इसके बाद कानपुर से बीटेक किया. फिर दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक कोचिंग की. सुनील की यह सफलता न सिर्फ पिता सुखलाल दिवाकर की मेहनत को साकार करती है बल्कि गांव व क्षेत्रवासियों को शिक्षा के क्षेत्र में कुछ अच्छा करने की प्रेरणा भी देती है.