भोपाल. भिण्ड जिले के देहात थाना क्षेत्र में दो महीने पहले सड़क दुर्घटना में संदिग्ध परिस्थितियों में मारे गए पत्रकार संदीप शर्मा के घर सुरक्षा में तैनात एसएएफ के आरक्षक ने खुद की सर्विस बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. आरक्षक ने ड्यूटी के दौरान ही सुबह 5 बजे यह आत्मघाती कदम उठाया. दरअसल पत्रकार संदीप शर्मा की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी.
पत्रकार संदीप शर्मा की मौत को उनके परिजनों और सहयोगी पत्रकार ने हत्या बताते हुए अटेर एसडीओपी इंद्रवीर सिंह और रेत माफियाओं पर हत्या करवाने के आरोप लगाए थे.इस मामले ने पूरे देश में खलबली मचा दी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वर्गीय पत्रकार संदीप शर्मा के परिजनों की सुरक्षा में एसएएफ के गार्ड तैनात किए गए थे.
आत्महत्या करने वाला आरक्षक मुकेश राठौर भी इन्ही सुरक्षा गार्ड में से एक था. मुकेश राठौर रोज की तरह संदीप शर्मा के घर ड्यूटी पर तैनात था. जबकि उसका एक साथी अपनी ड्यूटी करके पास में ही सो रहा था. आज सुबह 5 बजे अचानक घर में गोली की आवाज गूंज गई. गोली की आवाज सुनते ही साथ में सो रहा आरक्षक जाग गया और घर के लोग भी कमरे की तरफ पहुँचे, तो यहां मुकेश राठौर खून से लथपथ पड़ा हुआ था.
छुट्टी नहीं मिलने से था परेशान
मुकेश के दोनों पैरों के बीच में उसकी सर्विस बंदूक थी, इससे साफ था कि उसने गोली बंदूक को जमीन पर रखकर जबड़े में गोली मारी थी. खबर मिलते ही देहात थाना पुलिस मौके पर पहुँच गई. मुकेश की मौत की सूचना मिलते ही मुकेश के परिजन भी घटना स्थल पर जा पहुंचे. परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. फिलहाल बताया जा रहा है कि मुकेश राठौर छुट्टी नहीं मिलने से परेशान चल रहा था. पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें बटालियन में तैनाती के दौरान कुछ लोगों द्वारा परेशान किये जाने का जिक्र सामने आया है.
हालांकि पुलिस ने सुसाइड नोट को सार्वजनिक नहीं किया है. वहीं मृतक के पिता का कहना है कि मुकेश पिछले डेढ़ महीने से परेशान चल रहा था और कहता था कि मुझसे अब नौकरी नहीं हो रही है. जबकि मृतक की मां कह रही कि मेरे बेटे को छुट्टी नहीं दी गयी, इसलिए उसने यह कदम उठाया.