दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह (Damoh) जिले में गंगा जमना स्कूल में हिंदू लड़कियों को हिजाब (Hijab) पहनाकर टॉपर्स की लिस्ट में दिखाया गया है. तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बवाल मचा और जांच के निर्देश दिए गए. अब जांच में कलेक्टर और एसपी ने स्कूल को शुरुआती जांच में क्लीन चिट दे दी है. पुलिस और जिला शिक्षा अधिकारी ने आरोपों को जांच में गलत बताया है.
दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि गंगा जमुना स्कूल के पोस्टर को लेकर कुछ लोगों द्वारा भ्रम फैलाई जा रही है. थाना प्रभारी कोतवाली और जिला शिक्षा अधिकारी से जांच कराए जाने पर आरोप गलत पाए गए. जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है. ट्वीट के नीचे एसपी ने रिट्वीट कर लिखा है कि जांच पर आरोप सिद्ध नहीं हुए हैं.
लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कहा कि शुरुआती जांच में ऐसा आरोप सिद्ध नहीं हुआ है. जबरदस्ती वाली बात भी सामने नहीं आई है. उनके परिजन और बच्चों से यह नहीं कराया गया है. यह 2012 से चल रहा है. स्कूल का ड्रेस ही ऐसा है. कलेक्टर ने यह भी कहा कि ये हिजाब नहीं है. हालांकि इसके विस्तृत जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
इस पर बीजेपी ने आपत्ति जताते हुए जांच की मांग की है. इधर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो (Priyank Kanoongo) ने इस मामले में संज्ञान लिया है. उन्होंने दमोह कलेक्टर-एसपी को जांच के निर्देश दिए हैं. यह पोस्टर दमोह जिले के गंगा जमना हाई सेकेंडरी स्कूल का है. जिसमें एमपी बोर्ड में टॉप करने वाली हिन्दू लड़कियों को हिजाब में दिखाया गया है. वहीं इस पर बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा (Surendra Sharma) ने आपत्ति जताई है. उन्होंने इस मामले में गृहमंत्री से जांच की मांग की है. वहीं हिंदूवादी संगठन इस मामले पर आज ज्ञापन सौंपेंगे.
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सुरेंद्र शर्मा ने ट्वीट कर लिखा- क्या यही गजब गंगा जमना तहजीब है. इस विद्यालय की तो मान्यता रद्द होना चाहिये. जो #thekerlastory में देखा था यहां तो साक्षात हो रहा है. मेरा गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जी से आग्रह है कि धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिये इस विद्यालय के संचालकों के खिलाफ़ कानूनी कार्यवाही हो.
वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है. आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दमोह कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को जांच के निर्देश दिए है. प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर लिखा- मध्यप्रदेश के दमोह ज़िले में एक स्कूल द्वारा हिंदू और अन्य ग़ैर मुस्लिम बच्चियों को स्कूल यूनीफॉर्म के नाम पर जबरन बुर्का व हिजाब पहनाये जाने की शिकायत प्राप्त हुई है. इसका संज्ञान लिया जा रहा है एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु दमोह कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को निर्देश प्रेषित किए जा रहे हैं.
गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले की गहन जांच के लिए मैंने एसपी को निर्देश दिए हैं. साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. बच्चियों की परिवारों के तरफ से कोई शिकायत अभी तक सामने नहीं आई है.
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