अनिल सक्सेना/धर्मेंद्र यादव, रायसेन/सीहोर। एक ओर हमारा देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ को ‘अमृत महोत्सव’ (Amrit Mahotsav) के रुप में मना रहा है। आजाद हिंदुस्तान की कसीदे गढ़े जा रहे हैं। डिजिटल भारत (digital india) की बात हो रही है। वहीं डिजिटल भारत में आजादी के 75 साल बाद भी कई ऐसे इलाके है, जहां आजतक मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंची है। मध्यप्रदेश के दो जिले से ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो हमारे विकास को मुंह चिढ़ा रही है। पहला मामला रायसेन जिले के सांची विकासखंड के ग्राम शक्ति टोला का है। वहीं दूसरा मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) के बुधनी विधानसभा क्षेत्र का है।
रायसेन जिले के सांची विकासखंड के ग्राम शक्ति टोला में सड़क नहीं होने के कारण प्रसव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती को ग्रामीणों ने खाट पर लिटाकर घोड़ा पछाड़ नदी (ghoda pachhaad river) पार पहुंचाया। गर्भवती को मंगलवार रात से प्रसव पीड़ा हो रही थी। वहीं नदी में तेज बहाव था। इसेक कारण एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकती थी। इसके बाद बुधवार सुबह कमर कमर पानी में खाट पर गर्भवती को लिटाकर ग्रामीणों ने बमुश्किल निकालकर अस्पताल पहुंचाया। हालांकि नदी पर पुल है, मगर पुल इतना नीचा है कि नदी के जरा से बहाब में पुल पर पानी बहने लगता है। इससे आवागमन रुक जाता है। यहां के लोग हर वर्षा काल के दिनों मे अपनों की जिंदगी बचाने के लिए खुद जिंदगी को दाव पर लगाकर सफर करते हैं।
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रायसेन जिले के सांची विकासखंड के अम्बाड़ी पंचायत के अंतर्गत आने वाले शक्ति टोला गांव में 22 वर्षीय महिला रिबोजा पत्नी आसिफ खान को मंगलवार देर रात से प्रसव पीड़ा हो रही थी। मगर गांव के रास्ते में पढ़ने वाली घोड़ा पछाड़ नदी पुल के काफी ऊपर से नदी जा रही थी बुधवार सुबह जब जलस्तर थोड़ा कम हुआ तब कहीं जाकर ग्रामीण नदी के पुल के ऊपर से बह रहे कमर कमर पानी से महिला को खाट पर रखकर नदी के पार लाए। इसके बाद घंटों 108 एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा। प्राइवेट वाहन से अस्पताल ले जा रहे थे कि 108 एंबुलेंस रास्ते में मिल गई। इसके बाद 108 से आगे का सफर महिला ने तय कर दीवानगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया। ग्रामीणों ने बताया कि हर साल इसी समस्या से ग्रामीणों को जूझना पड़ता है। नदी पर पुल बनते टाइम ग्रामीणों ने ऑब्जेक्शन उठाया था क्योंकि ठेकेदार द्वारा पुल को ज्यादा ही नीचे बनाया जा रहा था मगर ग्रामीणों की एक नहीं सुनी जिसका खामियाजा आज ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
बुधनी में शवों को पीएम रूम तक ले जाने सड़क नहीं
इधर सीहोर बुधनी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा क्षेत्र से भी शासन-प्रशासन के विकास को आइना दिखाने वाली तस्वीर सामने आई है। गांव में सड़क नहीं होने के कारण कीचड़ से सने पगडंडियों के सहारे ग्रामीण युवक का पीएम करवाने खाट पर लेकर गए। दरअसल शनिवार दोपहर ग्राम खांडावड़ क खेत में नहाने गया युवक कुएं में डूबने से मौत हो गई थी। युवक के शव को पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों की सहायता से बाहर निकाला गया। शव को बुदनी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसका पीएम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान शव को पीएम रूम तक ले जाने में परिजनों को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा। दरअसल मर्चुरी रूम पुरानी अस्पताल के पीछे है, जहां पर पक्का रोड नहीं बना है। बारिश के दिनों में कीचड़ बड़ी के कारण वाहन रूम तक नहीं पहुंचते। इसकी वजह से उन्हें हाथों से उठाकर ही ले जाना पड़ता है।
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